झारखंड में आयेगी नौकरियों की बहार, देश विदेश की कई कंपनियां निवेश को इच्छुक
खनिज बहुल झारखंड राज्य के पैवेलियन में निवेशकों को स्टील, खनिज और अन्य संबंधित उद्योगों में निवेश के लिए आमंत्रित भी किया गया. साथ ही बताया गया कि तेजी से औद्योगिक विकास के लिए राज्य की नीतियों को आकर्षक बनाया गया है
जर्मनी की एसएमएस ग्रुप समेत कई कंपनियों ने झारखंड में निवेश के लिए रूचि दिखायी है. इन कंपनियों के प्रतिनिधि झारखंड की उद्योग नीति समेत अन्य नीतियों की प्रतिलिपि अपने साथ ले गये हैं. साथ ही उद्योग निदेशक रमेश घोलप से विस्तृत बातचीत भी की है. मुंबई में आयोजित तीन दिवसीय इंडिया स्टील 2023 अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी में झारखंड से उद्योग विभाग ने भी पवेलियन बनाया है. यह कार्यक्रम संयुक्त रूप से इस्पात मंत्रालय, भारत सरकार और फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) द्वारा आयोजित की गयी है.
इंडिया स्टील 2023 देश में स्टील उद्योग के विकास के लिए एक एकीकृत मंच प्रदान करता है, जो नयी तकनीकों, नवीन उत्पादों, उपकरणों और लाइव मशीन डिस्प्ले को जोड़ता है. सम्मेलन में विश्व की बेस्ट प्रैक्टिस और इस्पात उद्योग में नये प्रयोगों की बाबत जानकारी दी जाती है. जिसमें दुनिया भर के निवेशक जुटते हैं.
खनिज बहुल झारखंड राज्य के पैवेलियन में निवेशकों को स्टील, खनिज और अन्य संबंधित उद्योगों में निवेश के लिए आमंत्रित भी किया गया. साथ ही बताया गया कि तेजी से औद्योगिक विकास के लिए राज्य की नीतियों को आकर्षक बनाया गया है. जिसके कारण कई निवेशकों ने रूचि भी दिखायी है. राज्य की ओर से स्पेक्ट्रा सुपर एलॉयज ने भी झारखंड पवेलियन में स्टॉल लगाया था. राज्य सरकार द्वारा अपनी नीतियों के माध्यम से प्रदान की जानेवाली सब्सिडी की जानकारी भी दी.
उद्योग निदेशक रमेश घोलप के साथ विभाग के अन्य पदाधिकारियों ने निवेशकों को यह भरोसा दिलाया कि झारखंड सरकार राज्य में इस्पात उद्योग के विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है और निवेश आकर्षित करने, नवाचार को बढ़ावा देने और क्षेत्र में रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए हितधारकों के साथ सक्रिय रूप से जुड़ रहा है.