महिला पहलवानों को न्याय दिलाने के लिए संयुक्त ट्रेड यूनियन ने किया विरोध प्रदर्शन, केंद्र सरकार पर साधा निशाना
एक्टू के प्रदेश महासचिव शुभेंदु सेन ने कहा कि भाजपा राज में दुष्कर्म की घटनाओं की बाढ़ आ गई है. यह आरएसएस की दिशा में देश को चलाने की सरकार की नीतियों की देन है. कुश्ती खिलाड़ियों को न्याय नहीं मिलने तक आंदोलन जारी रहेगा.
रांची: महिला कुश्ती खिलाड़ियों (पहलवानों) को न्याय दिलाने और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर आज गुरुवार को संयुक्त ट्रेड यूनियन ने रांची के अलबर्ट एक्का चौक पर विरोध प्रदर्शन किया. नेताओं ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा कि महिला कुश्ती खिलाड़ियों को न्याय दिलाने तक आंदोलन जारी रहेगा.
संयुक्त ट्रेड यूनियन का केंद्र सरकार पर हमला
विरोध प्रदर्शन में इंटक, सीटू, एक्टू, एटक, एआईयूटीयूसीसे जुड़े मजदूर कर्मचारी एवं महिलाएं बड़ी संख्या में शामिल हुए. एटक के प्रदेश महासचिव अशोक यादव ने कहा कि देश में भाजपा सरकार द्वारा दुष्कर्मियों को राजनीतिक संरक्षण दिया जा रहा है. केंद्र सरकार को अब बताना होगा कि वे बेटियों के पक्ष में हैं या दुष्कर्मियों के पक्ष में. जवाब नहीं मिला तो लड़ाई का खामियाजा सरकार को भुगतना पड़ेगा.
कुश्ती खिलाड़ियों को न्याय नहीं मिलने तक आंदोलन
एक्टू के प्रदेश महासचिव शुभेंदु सेन ने कहा कि भाजपा राज में दुष्कर्म की घटनाओं की बाढ़ आ गई है. यह आरएसएस की दिशा में देश को चलाने की सरकार की नीतियों की देन है. कुश्ती खिलाड़ियों को न्याय नहीं मिलने तक आंदोलन जारी रहेगा. सीटू नेता अनिर्बान बॉस ने कहा कि महिला कुश्ती खिलाड़ियों द्वारा पदक जीतने पर फोटो खींचा कर गर्व महसूस करने वाले नेताओ को अब ये जवाब देना पड़ेगा कि कानून का राज़ क्यों आज कटघरे में खड़ा हो गया? क्या महिला सम्मान और सशक्तीकरण इसी रास्ते पर होगा. दुष्कर्मी नेताओं को जेल नहीं भेजा गया तो जवाब सीधा मिलेगा.
विरोध प्रदर्शन में ये थे शामिल
विरोध प्रदर्शन को इंटक के सचिव संजीव सिन्हा, रेशमा खातून, एआईटीयूसी के मिंटू पासवान, बगाईचा के फादर टॉम, ऐक्टू के भुवनेश्वर केवट, सुदामा खलखो, भीम साहू, तारामणि साहू, इकबाल हसन, सीटू के एसके रॉय, नवीन चौधरी, बिना लिंडा, शान्ति सेन, बैंक फेडरेशन नेता अभिजीत मल्लिक, एटक से सुनील साह, अलोका कुजूर, अजय सिंह, इंटक के जॉन पॉल समेत उपस्थित थे.