असिस्टेंट इंजीनियर नियुक्ति मामला: JPSC ने झारखंड हाईकोर्ट में मानी गलती, अभ्यर्थियों का इंटरव्यू कैंसिल

दिन में हाइकोर्ट से मिली फटकार के बाद जेपीएससी ने शाम को विभिन्न विभागों में 637 असिस्टेंट इंजीनियर की नियुक्ति के लिए चल रहे कागजात सत्यापन और इंटरव्यू को स्थगित कर दिया है.

By Prabhat Khabar | June 7, 2022 6:21 AM

रांची: झारखंड हाईकोर्ट में कल असिस्टेंट इंजीनियर की पीटी परीक्षा में आरक्षण का लाभ देने वाले मामले को लेकर सुनवाई हुई. जिसमें अदालत ने जेपीएससी को कड़ी फटकार लगायी है. जिसके बाद आयोग ने कागजात सत्यापन और इंटरव्यू को स्थगित कर दिया है. आयोग ने कहा कि कागजात सत्यापन व इंटरव्यू के लिए आमंत्रित अभ्यर्थियों को आगे की कार्रवाई की जानकारी दे दी जायेगी. बता दें कि यह इंटरव्यू 30 मई 2022 से 12 जून 2022 तक चलना था.

इससे पहले कल हुई सुनवाई में जेपीएससी ने हाईकोर्ट में कहा कि असिस्टेंट इंजीनियर प्रतियोगिता परीक्षा में गलती से पीटी में आरक्षण का लाभ दे दिया गया. शपथ पत्र में कहा : प्रोसेस गलती से हो गया : जेपीएससी ने अपने शपथ पत्र के पैरा-21 में बताया है कि जिन आरक्षित-अनारक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों के समान अथवा अधिक अंक आये हैं, उनका चयन अनारक्षित वर्ग में हो गया है.

यह प्रोसेस गलती से हो गया है. इस पर हाइकोर्ट ने नाराजगी जतायी और कहा कि जेपीएससी गलती पर गलती कर रहा है. आखिर कब सुधरेगा? अभ्यर्थियों के भविष्य से खिलवाड़ हो रहा है. वह अपनी गलती कैसे सुधारेगा़ जब जेपीएससी को अपनी गलती का एहसास हो गया था, तो उसमें सुधार करने के बदले मुख्य परीक्षा क्यों ली गयी. जस्टिस राजेश शंकर की अदालत में संयुक्त असिस्टेंट इंजीनियर प्रतियोगिता के पीटी में आरक्षण का लाभ देने के मामले में सुनवाई की गयी.

जेपीएससी के अध्यक्ष को बुलाने की बात कही :

अदालत ने जेपीएससी अध्यक्ष को भी बुलाने की बात कही. हालांकि जेपीएससी अधिवक्ता संजय पिपरावाल के आग्रह पर अदालत ने जोर नहीं दिया. अदालत ने जेपीएससी को 24 घंटे में (सात जून तक) शपथ पत्र दायर कर यह बताने को कहा है कि गलतियों को कैसे सुधारा जायेगा. अगली सुनवाई आठ जून को होगी.

पीटी में आरक्षण का लाभ देने का कोई प्रावधान नहीं :

इससे पूर्व जेपीएससी की ओर से अधिवक्ता संजय पिपरावाल ने शपथ पत्र दायर कर अदालत को कहा कि मुख्य परीक्षा का रिजल्ट निकल चुका है. अभी साक्षात्कार चल रहा है. वहीं प्रार्थी की ओर से अधिवक्ता अमृतांश वत्स ने जेपीएससी की दलील का विरोध करते हुए कहा कि पीटी में आरक्षण का लाभ देने का कोई प्रावधान नहीं है. इसके बाद भी इसका लाभ दिया गया है. अब तो जेपीएससी ने भी पीटी में आरक्षण देने की बात स्वीकार कर ली है और अपनी गलती को मान लिया है.

इन बिंदुओं पर नाराजगी

अभ्यर्थियों के भविष्य से खिलवाड़ हो रहा है

रिजल्ट जारी करने के बाद साक्षात्कार क्यों लिया जा रहा

जेपीएससी को 24 घंटे में जवाब दायर करने का निर्देश

मामले में अगली सुनवाई की तिथि आठ जून तय की गयी

जेपीएससी को इतनी हड़बड़ी क्यों हो गयी?

हाइकोर्ट ने आगे कहा कि जेपीएससी ने विज्ञप्ति निकाल कर बताया था कि मुख्य परीक्षा का रिजल्ट जून में तथा साक्षात्कार जुलाई में होगा. हाइकोर्ट में भी मामला लंबित है. वैसी स्थिति में निर्धारित शिड्यूल से पहले रिजल्ट जारी करने के बाद साक्षात्कार क्यों लिया जा रहा है? आखिर जेपीएससी को इतनी हड़बड़ी क्यों हो गयी?

30 मई से 12 जून तक होना था इंटरव्यू

आयोग में इंटरव्यू 30 मई 2022 से 12 जून 2022 तक चलना था. आयोग में मुख्य परीक्षा में सफल 1281 अभ्यर्थियों के कागजात की जांच 29 मई 2022 से और इंटरव्यू 30 मई 2022 से निर्धारित की गयी थी. कुल 1281 में सिविल इंजीनियर में 542 पद के लिए 1056 अभ्यर्थियों अौर मैकेनिकल इंजीनियर में 95 पद के लिए 225 अभ्यर्थियों का चयन मुख्य परीक्षा में किया गया.

नियमानुसार इस नियुक्ति में पद के अनुरूप ढाई गुना अभ्यर्थियों का चयन होना है. आयोग में यह नियुक्ति प्रक्रिया 2019 से चल रही है. सिविल सेवा में पथ निर्माण विभाग में 228 पद, जल संसाधन विभाग में 288 पद और पेयजल व स्वच्छता विभाग में 26 पद हैं, जबकि मैकेनिकल सेवा में जल संसाधन विभाग में 84 पद और पेयजल व स्वच्छता विभाग में 11 पद शामिल हैं.

Next Article

Exit mobile version