झारखंड के छात्रों का ट्विटर महाअभियान टॉप ट्रेंड में, JSSC CGL की परीक्षा शीघ्र कराने की मांग
जेएसएससी के खिलाफ झारखंड के स्टूडेंट्स के ट्विटर महाअभियान को अपार समर्थन मिला. conduct jssc fair exams सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ के ट्रेंड में टॉप में आ गया था.
JSSC News: झारखंड स्टाफ सेलेक्शन कमीशन (जेएसएससी) के खिलाफ प्रदेश के स्टूडेंट्स के ट्विटर महाअभियान को सोशल मीडिया पर अपार समर्थन मिला. गुरुवार (29 फरवरी) को महाअभियान #conduct_jssc_fair_exams सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ के ट्रेंड में टॉप में आ गया था. छात्र संगठनों ने जेएसएससी सीजीएल की निष्पक्ष परीक्षा कराने की मांग के समर्थन में ट्विटर महाअभियान का आह्वान किया था.
ट्विटर महाअभियान पहले घंटे मिला 58.3 हजार लोगों का समर्थन
ट्विटर महाअभियान की शुरुआत के पहले ही घंटे में टॉप ट्रेंड में 58.3 हजार से अधिक लोग इसके समर्थन में आ गए. कुछ ही देर बाद इस टॉपिक पर बात करने वालों की संख्या एक लाख से अधिक हो गई. इस अभियान की सफलता से छात्र संगठन के नेता और जेएसएससी सीजीएल की परीक्षा देने वाले अभ्यर्थी बेहद खुश हैं. इस अभियान को झारखंड की मुख्य विपक्षी पार्टी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं का भी समर्थन मिला.
बाबूलाल मरांडी ने भी स्टूडेंट्स के महाअभियान का किया समर्थन
झारखंड प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने ‘एक्स’ पर इस महाअभियान के समर्थन में ट्वीट किया. उन्होंने लिखा- विगत चार सालों में झारखंड की ठगबंधन सरकार ने राज्य के युवाओं को नौकरी देने के नाम पर सिर्फ उन्हें धोखा देने और बरगलाने का काम किया है. प्रतियोगी परीक्षाओं में गड़बड़ी करना, असंवैधानिक नियोजन नीति बनाना, सीटों का सौदा करना, सत्ता का रौब दिखाना और युवाओं पर लाठियां भांजना झारखंड सरकार की पहचान बन चुकी है. बाबूलाल मरांडी ने आगे लिखा कि अब हमारे कर्णधार युवा ही इस निकम्मी सरकार का अंजाम तय करेंगे. #conduct_jssc_fair_exams
सुबह 10 बजे से चला कंडक्ट जेएसएससी फेयर एग्जाम्स
बता दें कि सुबह 10 बजे से ‘एक्स’ पर ट्विटर महाअभियान की शुरुआत हुई. देखते ही देखते पोस्ट की संख्या एक लाख पहुंच गई. महाअभियान को लीड कर रहे झारखंड स्टेट स्टूडेंट यूनियन (जेएसएसयू) के प्रमुख देवेंद्र नाथ महतो ने कहा कि हमारे अभियान को अपार जनसमर्थन मिला है. हम टॉप ट्रेंड में आ गए थे. हमने डिजिटल प्लेटफॅार्म के माध्यम से पूरी दुनिया के सामने अपनी मांग रखी है. उम्मीद है कि हम छात्रों का दर्द सबकी समझ में आएगा. हमारी सरकार परीक्षा लेने वाली इस एजेंसी को ब्लैकलिस्ट करके सही तरीके से जल्द से जल्द परीक्षा का आयोजन करवाएगी.
पहले 1 मार्च को होना था महाअभियान, अचानक बदला समय
बता दें कि स्टूडेंट्स यूनियन ने 1 मार्च को ट्विटर महाअभियान की बात कही थी. लेकिन, 28 फरवरी को अचानक इसकी तारीख में फेरबदल करते हुए 29 फरवरी को ही इस अभियान का ऐलान कर दिया. कहा कि #justice_jssc_students की बजाय अब #conduct_jssc_fair_exams तथा नौकरी_ नहीं_ तो_ बदलेंगे_ झारखण्ड_ सरकार, जो शिक्षकों की सहमति से चल रहा था वही होगा. महतो ने अपील की थी कि झारखंड के सभी छात्र, अभिभावक और शिक्षक इसको ज्यादा से ज्यादा री-ट्वीट करें.
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स्टूडेंट्स की झारखंड सरकार से मांग
- ट्विटर अभियान के माध्यम से सरकार का मुख्य मांग है कि जेएसएससी सीजीएल परीक्षा का संचालन करने वाली भ्रष्ट एजेंसी को तत्काल ब्लैक करें
- नई विश्वसनीय एजेंसी को हायर करके तत्काल सीजीएल समेत जेएसएससी का अन्य परीक्षा का संचालन किया जाए
- जेएसएससी के कचड़े की संपूर्ण सफाई के लिए स्वतंत्र जांच एजेंसी सीबीआई से इसकी जांच कराई जाए
- 31 जनवरी को निर्दोष छात्रों पर नामकुम थाने में दर्ज एफआईआर कांड संख्या 46/2024 को निरस्त किया जाए