JSSC CGL Exam में परीक्षार्थियों के लिए सर दर्द बना जेनरल स्टडीज का पेपर तो नागपुरी ने दिलायी राहत
JSSC CGL Exam: रविवार को जेएसएससी सीजीएल की परीक्षा संपन्न हो गयी. परीक्षा देकर निकले छात्रों ने जेनरल स्टजीज के पेपर को कठिन बताया तो वहीं नागपुरी को आसान बताया.
रांची: जेएसएससी सीजीएल परीक्षा (JSSC CGL Exam) का रविवार को दूसरा दिन था. रांची के 136 केंद्रों पर तीन पाली में परीक्षा शांतिपूर्ण संपन्न हुई. अभ्यर्थियों ने लैग्वेंज पेपर नागपुरी को आसान बताया. वहीं, पेपर वन में जेनरल स्टडीज के प्रश्न कठिन होने की बात कही. जेनरल स्टडीज के पेपर में 150 अंक के लिए 150 प्रश्न पूछे गये थे. इसमें झारखंड आधारित प्रश्नों की संख्या कम थी. रांची के परीक्षा केंद्रों में 61236 अभ्यर्थी चिह्नित थे, जबकि, केंद्र तक 41186 अभ्यर्थी (67.26%) पहुंचे और 20050 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहें. किसी भी केंद्र से कदाचार की कोई शिकायत नहीं मिली.
रविवार को अभ्यर्थियों की संख्या हुई दोगुनी
वहीं, शनिवार को जहां विद्यार्थियों की उपस्थिति मात्र 32 फीसदी ही थी, अधिकांश केंद्र पर बेंच-डेस्क खाली थे. वहीं, रविवार को अभ्यर्थियों की संख्या बढ़कर दोगुनी हो गयी थी. संत जेवियर्स इंटर कॉलेज को परीक्षा केंद्र के रूप में चिह्नित किया गया था. इसमें परीक्षा के लिए 456 अभ्यर्थी चिह्नित थे. केंद्र खास तौर पर महिला अभ्यर्थियों के लिए चिह्नित था. यहां पहली दो पाली में 385 और तीसरी पाली में 384 अभ्यर्थियों की उपस्थिति रही. दूसरी पाली की परीक्षा तक किसी भी अभ्यर्थी को केंद्र से बाहर जाने की अनुमति नहीं थी. दोपहर 01:30 बजे के बाद अभ्यर्थी केंद्र से बाहर निकले. वहीं, तीसरी पाली की परीक्षा के लिए 02:45 बजे तक प्रवेश दिया गया.
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नागपुरी साहित्य और लोकसंस्कृति से जुड़े प्रश्न पूछे गये
परीक्षा में शामिल रहे विद्यार्थी नागपुरी के प्रश्नों को लेकर चर्चा करते नजर आये. अभ्यर्थियों का कहना था कि नागपुरी के पेपर में सिलेबस का ध्यान रखा गया है. स्नातक आधारित प्रश्नों में नागपुरी साहित्य और लोकसंस्कृति से जुड़े प्रश्न पूछे गये. इसमें कमल और केतकी लोक कथा, छोटकी रानी लोक कथा समेत नागपुरी कथा व कविताओं से जुड़े संवाद, पात्र, कवि व कथाकार से जुड़े प्रश्न पूछे गये. पेपर में 300 अंक के लिए 100 प्रश्न पूछे गये थे. वहीं, तीसरी पाली की परीक्षा दोपहर बाद तीन बजे से शुरू हुई. इसमें भाषा विषय – वन यानी इंग्लिश की परीक्षा हुई.
क्या कहा अभ्यर्थियों ने
जीएस के पेपर में झारखंड आधारित प्रश्न कम पूछे गये थे. जबकि, तैयारी उसी अनुरूप की थी.
गौतम कुमार ठाकुर, बेड़ो
पेपर-वन में बीते छह महीने के करेंट अफेयर्स पूछे गये थे. रीजनिंग के प्रश्न भी आसान थे.
दिव्या सिंह, पुंदाग
नागपुरी पेपर की तुलना में जीएस पेपर कठिन था. जिन सवाल के शत-प्रतिशत उत्तर आते थे, उनके आंसर दिये.
काजल किस्पोट्टा, रातू
करेंट अफेयर्स में आसान प्रश्नों की उम्मीद नहीं थी, नागपुरी के पेपर में भी ग्रेजुएशन आधारित आसान प्रश्न पूछे गये थे.
आरती कुमारी, रांची