JSSC CGL: आज रांची पहुंचेंगे छात्र, जेएसएससी कार्यालय की सुरक्षा टाइट, हेमंत ने CID जांच के दिए आदेश
JSSC CGL: जेएसएससी सीजीएल परीक्षा के कथित पेपर लीक मामले आज हजारों की संख्या में छात्र रांची में जुटेंगे. वहीं इसे लेकर प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है. प्रशासन ने आयोग के आसपास सुरक्षा के कड़े इतजाम कर दिये हैं.
JSSC CGL: जेएसएससी सीजीएल में “कथित पेपर लीक” का मामला थमता नहीं दिख रहा है. आज रांची में विभिन्न जिलों के अभ्यर्थी जुटने वाले हैं. रांची के नामकुम स्थित जेएसएससी के ऑफिस में आज छात्र जुट कर परीक्षा के रिजल्ट का विरोध करने वाले हैं. इस लेकर छात्रों की ओर से कहा गया है कि वह कार्यालय का घेराव करेंगे. वहीं प्रशासन भी इसे लेकर अलर्ट मोड में है.
शनिवार को कार्यलाय जाकर डीआईजी अनूप बेरथरे ने किया निरिक्षण
शनिवार को डीआईजी ने अनूप बिरथरे ने नामकुम स्थित आयोग के कार्यालय जाकर सुरक्षा व्यवस्था का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों को जरूरी निर्देश दिए. आयोग के कार्यालय 100 मीटर पहले ही किसी भी तरह की आवाजाही को बंद कर दी है. दो लेयर की बैरिकेडिंग की गई है. सुरक्षा के लिए डेढ़ हजार जवान तैनात कर दिए गए हैं. वहीं मामले को बढ़ता देख सीएम हेमंत सोरेन ने सीआईडी जांच के भी आदेश दे दिये हैं.
जेएलकेएम ने किया आंदोलन का ऐलान
जेएलकेएम नेता देवेंद्र नाथ महतो ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा है कि 15 दिसंबर रविवार को छात्र रांची आएंगे और 16 दिसंबर से कार्यालय के बाहर लोकतांत्रिक तरीके से विरोध प्रदर्शन करेंगे. छात्रों के आंदोलन को देखते हुए सीएम हाउस, सीएम सचिवालय और राजभवन की सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
आयोग ने लीक के सभी आरोपों से किया इंकार
वहीं इस बीच आयोग ने भी शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की और पेपर लीक के सभी आरोपों को निराधार बताया. आयोग के सचिव ने कहा कि 21 और 22 सितंबर को आयोजित परीक्षा में किसी भी तरह की गड़बड़ी नहीं हुई है. परीक्षा के लिए शॉर्टलिस्टेड अभ्यर्थियों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि 2231 अभ्यर्थियों में 2145 झारखंड के निवासी हैं और उनमें से 83 फीसदी अभ्यर्थी आरक्षित वर्ग के हैं.
आखिर क्यों छात्र कर रहे हैं विरोध
झारखंड कर्मचारी आयोग ने 21 और 22 सितंबर 2024 को जेएसएससी सीजीएल की परीक्षा आयोजित की थी. छात्रों का कहना है कि परीक्षा के दिन इंटरनेट बंद कर पेपर लीक कराया गया है और बेचा गया है. वहीं आयोग इस तरह के सभी आरोपों से इंकार करता आ रहा है. वहीं चुनाव खत्म हो जाने के बाद आयोग ने परीक्षा के शॉर्टलिस्टेड छात्रों की लिस्ट जारी कर दी है और उन्हें डॉक्यूमेंट वेरीफिकेशन के लिए 16 दिसंबर से बुलाया है. बता दें इससे पहले भी जनवरी में परीक्षा ली गई थी जिसमें पेपर लीक हो गया था.