JSSC CGL: जेएसएससी अध्यक्ष ने दी चुनौती, पेपर लीक का सबूत दें, रद्द कर देंगे सीजीएल परीक्षा

जेएसएससी अध्यक्ष प्रशांत कुमार ने बुधवार को कहा कि परीक्षा का आयोजन सफल रहा. आयोग को पेपर लीक की कोई भी शिकायत नहीं मिली है. उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि अगर किसी के पास पेपर लीक का प्रमाण है तो दें. प्रमाण के सही पाए जाने पर परीक्षा रद्द किया जाएगा.

By Kunal Kishore | September 26, 2024 12:34 PM

JSSC CGL : झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (जेएसएससी) द्वारा आयोजित सीजीएल परीक्षा-2023 को लेकर कई अभ्यर्थी आरोप लगाते हुए प्रदर्शन कर रहे हैं. इसे लेकर आयोग के अध्यक्ष प्रशांत कुमार ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि किसी भी आशंका को आधार मानना गलत है. अब तक आयोग को पेपर लीक या अन्य गड़बड़ी से संबंधित किसी भी प्रकार की कोई शिकायत नहीं मिली है. अगर पेपर लीक हुआ है, तो प्रमाण दें. जांच में आरोप सही पाये जाने पर परीक्षा रद्द की जायेगी.

कुल 3 लाख 4 हजार 769 अभ्यार्थियों ने दी परीक्षा

अध्यक्ष ने बताया कि 6,39,900 अभ्यर्थियों का आवेदन वैध पाया गया था. इनमें से 3,04,769 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी है. सभी परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा निष्पक्ष, कदाचारमुक्त व शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई है. उत्तर पुस्तिका का सील खुला होने के आरोप में अध्यक्ष ने कहा कि 6.39 लाख अभ्यर्थियों के लिए 20 लाख उत्तर पुस्तिकाएं छपवाई गयी थीं. उनमें से कुछ का सील खुला हो सकता है, परंतु सील खुला रहने से पेपर लीक नहीं हो सकता.

सुरक्षा घेरे में सेंटर तक पहुंचाया गया पेपर

परीक्षा संबंधी गोपनीय सामग्रियों को परीक्षा के दिन वज्र गृह से परीक्षा केंद्र तक सील बंद मेटल ट्रंक में सुरक्षा घेरे में पहुंचाया गया था, जिसकी चाबी विशेष रूप से एक टेम्पर इविडेंट पैकेट में सील थी. सभी तालों की चाबी को एक पासवर्ड प्रोटेक्टेड विशेष ट्रंक में सील किया गया था. प्रश्न पत्र को भी टेम्पर इविडेंट पैकेट में सील किया गया था. इसका सील परीक्षा कक्ष में पांच उम्मीदवारों एवं प्रश्न पत्र के पैकेट को लगभग एक लाख उम्मीदवारों के समक्ष खोला गया था.

24 जिलों के 823 केंद्रों में हुई थी परीक्षा, बेहद कड़ी थी सुरक्षा व्यवस्था

राज्य भर के 823 केंद्रों पर 10917 परीक्षा कक्ष बनाये गये थे. इसमें 26,671 वीक्षक नियुक्त किये गये थे. एसओपी के अनुसार, जिला प्रशासन ने 824 स्टैटिक दंडाधिकारी, 857 परीक्षा ऑब्जर्वर व 415 गश्ती दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की थी. मोबाइल इंटरनेट सेवा बाधित रखने के लिए 9,217 जैमर लगाये गये थे. कॉरिडोर व मुख्यद्वार पर 15,236 सीसीटीवी कैमरे लगाये गये थे. प्रश्न लीक नहीं हो, इसे लेकर विशेष तैयारी की गयी थी. एजेंसी द्वारा छह अलग-अलग सीलबंद लिफाफे में प्रश्न पत्र का सेट तैयार किया गया था. अध्यक्ष ने बताया कि सभी आंसर सीट सीलबंद ट्रंक में आयोग कार्यालय आ चुके हैं. स्कैनिंग की तैयारी कर ली गयी है. दो दिन में आंसर सीट एवं जल्द रिजल्ट प्रकाशन का प्रयास किया जा रहा है.

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