रांची : झारखंड सामान्य स्नातक योग्यताधारी संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा-2023 को स्थगित किये जाने का विरोध मंगलवार को भी किया गया. अभ्यर्थियों ने स्टेट लाइब्रेरी से अलबर्ट एक्का चौक तक जुलूस निकाला और प्रदर्शन किया. जेएसएससी के खिलाफ नारेबाजी भी की. प्रदर्शनकारियों का कहना था कि वर्ष 2016 में यह परीक्षा होनी थी, लेकिन आठ वर्ष में यह परीक्षा नहीं हो पायी है. आयोग तारीख पर तारीख देता रहा है. बार-बार परीक्षा स्थगित करने से अभ्यर्थियों का भविष्य अंधकारमय होता जा रहा है. प्रदर्शन में काफी संख्या में अभ्यर्थी शामिल थे.
जेएसएससी की ओर से सीजीएल परीक्षा रद्द करने के विरोध में मंगलवार को भाजयुमो रांची महानगर ने लालपुर में विरोध प्रदर्शन किया. राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और मुख्यमंत्री का पुतला फूंका गया. भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष किसलय तिवारी ने कहा कि राज्य सरकार लगातार युवाओं को ठगने का काम कर रही है. मौकके पर महानगर अध्यक्ष रोमित नारायण सिंह ने कहा कि जब तक राज्य सरकार युवाओं को रोजगार नहीं देगी, तब तक आंदोलन जारी रहेगा. वहीं भाजपा नेता रमेश सिंह, बसंत दास, जितेंद्र सिंह पटेल, नीरज सिंह, विनय सिंह बंटी, रणधीर सिंह, अमिताभ धीरज, रोहित सिंह, सचिन साहू, प्रिंस कुमार आदि मौजूद थे.
स्नातकोत्तर प्रशिक्षित शिक्षक प्रतियोगिता (पीजीटी) परीक्षा-2023 के अंग्रेजी, गणित सहित कई विषयों के रिस्पांस शीट में त्रुटि सामने आयी है. जेएसएससी द्वारा पूर्व में जारी अंतिम उत्तर कुंजी से रिस्पांस शीट मेल नहीं खाता है. अंग्रेजी विषय के अभ्यर्थियों का कहना है कि परीक्षा के दौरान उनके द्वारा चुने गये विकल्प व अंतिम उत्तर कुंजी में दिये गये विकल्प सही हैं. लेकिन, रिस्पांस शीट में आयोग के विकल्प को सही बताया गया है, जबकि अभ्यर्थी के चुने गये विकल्प को गलत बता दिया गया है. आयोग द्वारा जारी अंतिम उत्तर कुंजी के विकल्पों व रिस्पांस शीट के विकल्पों के क्रम/स्थान में असमानता है.अभ्यर्थियों ने जेएसएससी के सचिव को सबूतों के साथ अभ्यावेदन देकर सुधार कर रिजल्ट प्रकाशित करने की मांग की है.