रांची : झारखंड सामान्य स्नातक योग्यताधारी संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा-2023 का प्रश्नपत्र लीक होने का चारों ओर विरोध हो रहा है. इस घोटाले की जांच सीबीआइ से कराने की मांग की जा रही है. रांची, धनबाद, बोकारो, गिरिडीह, हजारीबाग, कोडरमा, रामगढ़, जमशेदपुर, सरायकेला, चक्रधरपुर, घाटशिला, सिल्ली, बुंडू सहित अन्य जगहों पर झारखंड स्टेट स्टूडेंटस यूनियन की ओर से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन व जेएसएससी अध्यक्ष नीरज सिन्हा का पुतला दहन किया गया. इधर, प्रश्न पत्र लीक मामले में जेएसएससी के अधिकारियों ने नामकुम थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है. प्राथमिकी अज्ञात के खिलाफ दर्ज करायी गयी है.
मामले की सीबीआइ जांच की मांग को लेकर सोमवार की शाम सैकड़ों अभ्यर्थी अलबर्ट एक्का चाैक पर जुटे और मुख्यमंत्री व जेएसएससी अध्यक्ष का पुतला दहन कर नारेबाजी की. इस दौरान सड़क जाम हो गयी. देवेंद्रनाथ महतो ने कहा कि पेपर लीक की सीबीआइ जांच होनी चाहिए, नहीं तो छात्र संपूर्ण राज्य में आंदोलन करने को बाध्य होंगे. अभ्यर्थियों ने कहा कि जब आयोग ने पेपरलीक होने की बात स्वीकार लिया है, तो फिर उसी एजेंसी को चार फरवरी को परीक्षा लेने की इजाजत कैसे दी गयी. स्टूडेंट यूनियन ने पेपरलीक घोटाले की सीबीआइ से जांच कराने की मांग को लेकर राज्यपाल से मिलने का निर्णय लिया है. साथ ही वर्तमान में परीक्षा (सीजीएल) का संचालन कर रही एजेंसी को ब्लैकलिस्ट करते हुए उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है. सीजीएल के चार फरवरी की परीक्षा को स्थगित करने की मांग की गयी है. यूनियन ने 31 जनवरी को नामकुम स्थित जेएसएससी कार्यालय का महाघेराव करने की घोषणा की.
Also Read: JSSC CGL Exam 2023: परीक्षा से पहले परेशान हुए अभ्यर्थी, आयोग ने कर दी ये बड़ी गड़बड़ी
दूसरी तरफ जेएसएससी का एक कर्मी सोमवार की रात आवेदन लेकर नामकुम थाना पहुंचा. आवेदन में लिखा था कि रविवार को होनेवाली परीक्षा का प्रश्न पत्र कई लोगों के मोबाइल फोन पर आ गया था. प्रश्न पत्र सोशल मीडिया पर आ जाने के बाद देर रात परीक्षा रद्द भी कर दी गयी थी. जेएसएससी भी मामले की की जांच कर रही है. पुलिस भी प्राथमिकी दर्ज कर इसकी जांच करे.