JSSC उत्पाद सिपाही की नियुक्ति रद्द होने पर झारखंड हाईकोर्ट में क्यों मिली चुनौती, जानें क्या है मामला
जेएसएससी के उत्पाद सिपाही प्रतियोगिता परीक्षा-2018 और विशेष शाखा आरक्षी की नियुक्ति को रद्द करने को लेकर चुनौती दी गयी है. याचिका में कहा गया है कि ये संविधान की धारा 14 व 16 का उल्लंघन है.
रांची: विशेष शाखा आरक्षी (क्लोज कैडर)-2018 व उत्पाद सिपाही प्रतियोगिता परीक्षा-2018 के अभ्यर्थियों ने नियुक्ति प्रक्रिया रद्द करने के आदेश को चुनाैती दी है. अभ्यर्थियों ने झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (जेएसएससी) की अोर से नियुक्ति प्रक्रिया को रद्द करने को गलत बताया है. इस बाबत अभ्यर्थी अमित उरांव, अजय दास व अन्य की अोर से अधिवक्ता अमृतांश वत्स ने हाइकोर्ट में याचिका दायर की है.
इसमें जेएसएससी के एक नवंबर 2021 को जारी नोटिस को चुनाैती दी गयी है. याचिका में कहा गया है कि जेएसएससी ने वर्ष 2018 में विशेष शाखा आरक्षी (क्लोज कैडर) आैर उत्पाद सिपाही प्रतियोगिता परीक्षा की प्रक्रिया शुरू की गयी थी. विशेष शाखा आरक्षी के 1012 व उत्पाद सिपाही के 518 पदों पर नियुक्ति के लिए प्रक्रिया शुरू हुई.
परीक्षा में शामिल हुए. बार-बार अभ्यावेदन देने के बावजूद फाइनल रिजल्ट का प्रकाशन नहीं किया गया. राज्य सरकार के संकल्प (821/5.2.2021) के आलोक में जेएसएससी की ओर से एक नवंबर 2021 को सभी विज्ञापनों को यह कहते हुए रद्द कर दिया गया कि नियुक्ति पत्र निर्गत नहीं हुआ है. जेएसएससी का यह निर्णय संविधान की धारा 14 व 16 का उल्लंघन है. प्रार्थियों ने याचिका में जेएसएससी के आदेश को गलत बताते हुए निरस्त करने की मांग की है.
जेएसएससी ने इन नियुक्ति प्रक्रिया को रद्द की थी
झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (जेएसएससी) ने एक नवंबर 2021 को छह विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षा नियुक्ति विज्ञापन को निरस्त कर दिया था. कहा गया कि इनमें अब तक नियुक्ति पत्र निर्गत नहीं किये गये हैं. नियुक्ति की प्रक्रिया अपूर्ण मानते हुए, उन सभी विज्ञापनों को निरस्त किया जाता है. इन मामलों में अब नये सिरे से विज्ञापन प्रकाशित करने की कार्रवाई की जायेगी.
विशेष शाखा आरक्षी (क्लोज कैडर), उत्पाद सिपाही व काराअों में वाहन चालक भर्ती प्रतियोगिता परीक्षा की प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी थी. रिजल्ट का प्रकाशन होना था या अनुशंसा होनी थी. एएनएम व सामान्य योग्यताधारी स्नातक स्तरीय संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा के लिए आयोग की ओर से इच्छुक अभ्यर्थियों से आवेदन प्राप्त किया गया था. इसमें लाखों अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था. आवेदन के बाद की प्रक्रिया रूकी हुई थी. उक्त सभी परीक्षाअों में लगभग 4999 पद शामिल थे.
Posted By: Sameer Oraon