JSSC ने अब भी रद्द नहीं की JE नियुक्ति परीक्षा, सांसद दीपक प्रकाश ने कहा बड़े रकम की हुई उगाही
जेएसएससी की ओर से जूनियर इंजीनियर नियुक्ति परीक्षा ली गई. इस परीक्षा का पेपर लीक होने का मामला तुल पकड़ा. इसके बाद मामला दर्ज कराया गया. मामले की जांच के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया. लेकिन आयोग ने इस परीक्षा का रद्द नहीं किया. इसे लेकर सांसद दीपक प्रकाश ने बड़े रकम की उगाही का आरोप लगाया है.
JSSC NEWS: झारखंड कर्मचारी चयन आयोग की ओर से जूनियर इंजीनियर नियुक्ति परीक्षा लिक गई. इस परीक्षा का पेपर लीक होने का मामला तुल पकड़ा. इसके बाद धनबाद के अभ्यर्थी की ओर से मामला दर्ज कराया गया. मामले की जांच के बाद प्रश्नपत्र लिक करने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया. लेकिन आयोग ने इस परीक्षा का रद्द नहीं किया. इस बाबत ने राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश के ट्वीट करते हुए आरोप लगाया है कि इस मामले में बड़े रकम की उगाही हुई है.
क्या है सांसद दीपक प्रकाश का ट्वीट
उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि JSSC JE के प्रश्नपत्र लीक का मामला अत्यंत गंभीर है और इससे राज्य सरकार द्वारा ली जा रही सभी परीक्षाओं पर सवाल खड़ा होता है. युवाओं के आंदोलन के बाद आयोग की नींद खुली लेकिन इसके बावजूद भी अब तक इस परीक्षा को रद्द नहीं किया गया है जिससे प्रतीत होता है कि बड़े रकम की उगाही हुई है.
JSSC JE के प्रश्नपत्र लीक का मामला अत्यंत गंभीर है और इससे राज्य सरकार द्वारा ली जा रही सभी परीक्षाओं पर सवाल खड़ा होता है.
युवाओं के आंदोलन के बाद आयोग की नींद खुली लेकिन इसके बावजूद भी अब तक इस परीक्षा को रद्द नहीं किया गया है जिससे प्रतीत होता है कि बड़े रकम की उगाही हुई है.
— Deepak Prakash (@dprakashbjp) July 23, 2022
1289 पदों के लिए ली गयी परीक्षा
झारखंड कर्मचारी चयन आयोग की ओर से जूनियर इंजीनियरों की नियुक्ति के लिए 285 पदों पर वैकेंसी विकाली थी लेकिन इसमें संशोधित करके 1289 पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की गयी. इसके लिए 7 फरवरी से आवेदन की प्रक्रिया शुरू हुई. प्राप्त आवेदन के बाद तीन जुलाई को लिखित परीक्षा ली गयी.
प्रश्नपत्र लीक करने का आरोपी आज हुआ गिरफ्तार
जेई (कनीय अभियंता) प्रश्न पत्र लीक मामले में पुलिस ने आरोपी रंजीत मंडल को ओडिशा से गिरफ्तार कर लिया है. ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने बताया कि सरगना की तलाश में छापामारी की जा रही है. इसमें झारखंड कर्मचारी चयन आयोग के कर्मी के मिलीभगत को लेकर भी जांच जारी है. इन्होंने बताया कि बड़ा गिरोह है जो 15-20 लाख रुपये में प्रश्न पत्र बेचता है. पुलिस ने धारा 467/468/420/120 बी, 66 आईटी एक्ट एवं बिहार परीक्षा संचालन अधिनियम 1981 की धारा 10 के अंतर्गत प्राथमिकी दर्ज कर अनुसंधान किया एवं आरोपी रंजीत मंडल (पिता प्रकाश मंडल), बंगारो, थाना- देवरी, जिला-गिरिडीह निवासी को 21 जुलाई को ओडिशा के क्योंझर से गिरफ्तार किया. आरोपी के पास से मोबाइल जब्त किया गया. उसके ह्वाट्सएप नंबर 7488121791 से प्रश्न पत्र वायरल किया गया था. ग्रामीण एसपी ने बताया कि आरोपी ने अपराध स्वीकार करते हुए संलिप्त अन्य लोगों की जानकारी दी है. सरगना सहित अन्य की गिरफ्तारी के लिए छापामारी जारी है.
क्या है मामला
झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (जेएसएससी) के द्वारा कनीय अभियंता (जेई) की नियुक्ति को लेकर 3 जुलाई 2022 को सुबह 10 बजे से लिखित परीक्षा ली गई थी, परंतु परीक्षा से दो घंटे पहले ही प्रश्न पत्र लीक होकर वायरल होने लगा था. ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने बताया कि परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक होने का आरोप लगाकर अभ्यर्थियों ने हंगामा किया था. धनबाद (महुदा) के अभ्यर्थी मिथिलेश कुमार सिंह (पिता गोपाल प्रसाद महतो) ने 14 जुलाई को परीक्षा से पूर्व प्रश्न पत्र ह्वाट्सएप में वायरल किए जाने की प्राथमिकी दर्ज कराई थी.