रांची. झारखंड स्टेट स्पोर्ट्स प्रमोशन सोसाइटी (जेएसएसपीएस) की शुरुआत ‘मिशन ओलिंपिक’ के साथ की गयी थी. इसके अनुसार आठ से 10 साल के बच्चों को ओलिंपिक के लिए तैयार करना था, लेकिन अब ये मिशन फेल होता दिख रहा है. 12वीं कक्षा के बाद यहां चल रही एकेडमी से बच्चों को बाहर कर दिया जा रहा है. अब तक जेएसएसपीएस की अलग-अलग एकेडमी से वैसे 36 खिलाड़ियों को बाहर कर दिया गया है, जिन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीता है. अब वो बिना प्रशिक्षण के घर पर बैठे हैं.
अलग-अलग खेलों के खिलाड़ी हुए हैं बाहर
जेएसएसपीएस से अलग-अलग खेलों के खिलाड़ियों को बाहर किया गया है. इनमें कुश्ती के आठ खिलाड़ियों से सहित एथलेटिक्स, बॉक्सिंग और अन्य खेल के खिलाड़ी शामिल हैं. इन खिलाड़ियों के लिए जेएसएसपीएस में एडवांस लेवल की ट्रेनिंग की जगह नहीं है. वहीं मानक के अनुसार खिलाड़ियों को अब आगे प्रशिक्षण नहीं दिया जा सकता है.
बालिका हॉस्टल में नहीं है वॉर्डन
वहीं जेएसएसपीएस की बालिका हॉस्टल में कोई भी महिला वॉर्डन नहीं है. पहले जो वॉर्डन का काम देखती थी, उसे भी जेएसएसपीएस ने हटा दिया है. अब वहां हॉस्टल में रहने वाली बालिका कैडेट बिना वॉर्डन के रह रही हैं.
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