Jharkhand JTET में संशोधन के प्रस्ताव को स्कूली शिक्षा विभाग से मिली मंजूरी, अब बस कैबिनेट के मुहर का इंतजार, जानें क्या होगा मुख्य बदलाव
नियमावली तैयार होने के बाद स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने परीक्षा लेने संबंधित प्रस्ताव झारखंड एकेडमिक काउंसिल को भेजा था. काउंसिल ने नियमावली के कुछ बिंदुओं पर स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग से दिशा-निर्देश मांगा था, जिसके बाद विभाग की ओर से इसमें संशोधन की प्रक्रिया शुरू की गयी थी. नियमावली में विभिन्न विषयों की परीक्षा को लेकर अंक के प्रावधान में बदलाव किया जायेगा.
Jharkhand JTET News रांची : झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा ( JTET ) में संशोधन के प्रस्ताव को स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग से सहमति मिल गयी है. प्रस्ताव अब कार्मिक विभाग को भेजा गया है. कार्मिक से सहमति मिलने के बाद संशोधन का प्रस्ताव कैबिनेट को भेजा जायेगा. राज्य में वर्ष 2019 में शिक्षक पात्रता परीक्षा नियमावली बनायी गयी थी.
नियमावली तैयार होने के बाद स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने परीक्षा लेने संबंधित प्रस्ताव झारखंड एकेडमिक काउंसिल को भेजा था. काउंसिल ने नियमावली के कुछ बिंदुओं पर स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग से दिशा-निर्देश मांगा था, जिसके बाद विभाग की ओर से इसमें संशोधन की प्रक्रिया शुरू की गयी थी. नियमावली में विभिन्न विषयों की परीक्षा को लेकर अंक के प्रावधान में बदलाव किया जायेगा.
वर्ष 2019 में बनायी गयी नियमावली में विभिन्न विषयों के अंकों में एकरूपता नहीं थी. कक्षा छह से आठ में सामान्य शिक्षक के लिए भाषा की 50 अंक की परीक्षा में 25 अंक की परीक्षा अंग्रेजी व 25 अंक की परीक्षा हिंदी/संस्कृत का लेने का प्रावधान है. वहीं उर्दू शिक्षक के लिए 30 अंक की अंग्रेजी व 20 अंक की उर्दू की परीक्षा लेने का प्रावधान है. अब उर्दू शिक्षक के लिए भी 25 अंक की उर्दू व 25 अंक की अंग्रेजी की परीक्षा ली जायेगी.
इसी प्रकार कक्षा छह से आठ में विज्ञान शिक्षक नियुक्ति में भी विषयों के अंक निर्धारण में बदलाव किया जायेगा. विज्ञान शिक्षक के लिए ली जानेवाली परीक्षा में गणित के लिए 70 अंक निर्धारित किये गये हैं. वहीं भौतिकी, रसायन, वनस्पति शास्त्र व जीव विज्ञान के लिए 40-40 अंक निर्धारित किये गये हैं. अब इनमें भी बदलाव किया जायेगा एवं सभी विषयों के अंक में एकरूपता लायी जायेगी.
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विषयों के अंक के प्रावधान में किया जायेगा बदलाव
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वर्ष 2019 की नियमावली में विभिन्न विषयों के अंकों में नहीं थी एकरूपता
Posted By : Sameer Oraon