जेटेट परीक्षा में एसटी एससी छात्रों के पास मार्क्स में हुआ बदलाव, अब 55 की जगह लाने होंगे इतने अंक
जेटेट परीक्षा के पास प्राप्तांक में बदलाव किया गया है, अब एसटी एससी छात्रों को 55 के बजाय 50 अंक लाना होगा. तो वहीं दिव्यांग छात्रों को भी इतने ही नंबर लाने होंगे. साल 2019 की नियमावली में 60 फीसदी अंक निर्धारित किया गया था.
रांची : झारखंड शिक्षक पत्रता परीक्षा यानी कि जेटेट में अनुसूचित जाति, जानजाति व दिव्यांग छात्रों के पास मार्क्स में बदलाव होगा. इन वर्गों के छात्रों के लिए परीक्षा पास करने का न्यूनतम अंक 50 फीसदी होगा. साल 2019 की तुलना में पास मार्क्स को कम किया जा रहा है.
नियमावली में बदलाव के लिए विभागीय स्तर पर भी सहमति मिल गयी है. बता दें कि साल 2019 की नियमावली में प्रत्येक खंड में 40 फीसदी अंक लाना अनिवार्य था, इसके अलावा कुल प्राप्तांक का पास मार्क्स 60 फीसदी निर्धारित किया गया था.
वहीं अगर हम अनुसूचित जाति, जनजाति, दिव्यांग व पिछड़ा वर्ग को 5 पीसदी छूट दी गयी थी. यानि कि इन विद्यार्थियों को परीक्षा पास करने के लिए कुल प्राप्तांक का 55 फीसदी और हर खंड में कम से कम 35 फीसदी अंक लाना जरूरी था. लेकिन अब इन वर्गों के छात्रों के पास प्राप्तांक में बदलाव किया गया है.
बता दें कि केंद्र सरकार व राज्य सरकार द्वारा ली जाने वाली विभिन्न परीक्षाओं में एससी, एसटी विद्यार्थियों का कट अफ, समान्य व पिछड़ा वर्ग के छात्रों के मुकाबले कम रहता है, इसे देखते हुए ही इसमें बदलाव किया गया है. बता दें कि राज्य में इसकी काफी दिनों से मांग की जा रही थी.
जेटेट पास करने के लिए प्रस्तावित अंक
वर्ग प्रत्येक खंड कुल
सामान्य जाति 40 60
अनुसूचित जाति 30 50
अनुसूचित जनजाति 30 50
पिछड़ा वर्ग 35 55
आर्थिक दृष्टिकोण से पिछड़ा वर्ग 35 55
दिव्यांग 30 50
Posted by : Sameer Oraon