राज्य में छह वर्ष से ‘झारखंड शिक्षक पात्रता(जेटेट)’ परीक्षा नहीं हुई है. अभ्यर्थी परीक्षा लेने की मांग कर रहे हैं. ‘शिक्षा के अधिकार अधिनियम’ के तहत प्रति वर्ष शिक्षक पात्रता परीक्षा लेने का प्रावधान है. राज्य में वर्ष 2011 से शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू हैं, पर अब तक दो बार ही परीक्षा हुई है. जबकि तीन नियमावली बन चुकी है. एक बार फिर से नियमावली में बदलाव करने की बात कही जा रही है. स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा को लेकर जैक को प्रस्ताव भेजा गया था.
झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने नियमावली के कुछ बिंदुओं पर विभाग से मार्गदर्शन मांगा है. झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा नियमावली के अनुसार, कक्षा छह से आठ में कुल 250 अंकों की परीक्षा के लिए 250 प्रश्न पूछे जायेंगे. इसके लिए तीन घंटे (180 मिनट) का समय निर्धारित किया गया है. यानी एक प्रश्न के लिए विद्यार्थी को आधा मिनट से भी कम समय मिलेगा. झारखंड एकेडमिक काउंसिल द्वारा इस संबंध में विभाग से मार्गदर्शन मांगा गया है. वहीं, ‘केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (सीटेट)’ में 150 अंक के 150 प्रश्न के लिए ढ़ाई घंटे का समय निर्धारित है. झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने सीटेट के आधार पर जेटेट परीक्षा लेने का आग्रह किया है.
झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा में विज्ञान शिक्षक के लिए गणित, तो भाषा शिक्षक के लिए अंग्रेजी अनिवार्य किया गया है. विज्ञान शिक्षक के लिए कुल तीन विषयों की परीक्षा देनी है, जिसमें भौतिकी, रसायन, वनस्पति शास्त्र व जीव विज्ञान में से दो विषय की परीक्षा देनी होगी. परीक्षा में प्रश्न का स्तर स्नातक स्तर का होगा. भाषा में अंग्रेजी अनिवार्य है व हिंदी, संस्कृत व उर्दू वैकल्पिक विषय में शामिल है. विज्ञान से स्नातक करनेवाले विद्यार्थी गणित की पढ़ाई की हो यह अनिवार्य नहीं है, इसके अलावा भाषा में भी अंग्रेजी की पढ़ाई अनिवार्य नहीं है.
परीक्षा में प्रश्न स्नातक स्तर के होने के कारण इसमें भी परेशानी हो सकती है. कक्षा एक से पांच में शिक्षक पात्रता परीक्षा में शामिल होने के लिए मैट्रिक में अंग्रेजी में पास होना अनिवार्य किया गया है, जबकि राज्य में मैट्रिक में अंग्रेजी में पास होना अनिवार्य नहीं है. इस कारण भी परीक्षा में पेच फंस सकता है. राज्य में पिछले छह साल से प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षण प्राप्त अभ्यर्थी झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा का इंतजार कर रहे हैं.
1. विज्ञान विषय का शिक्षक बनने के लिए गणित और भाषा का शिक्षक बनने के लिए अंग्रेजी को किया अनिवार्य
2. कक्षा एक से पांच में मैट्रिक में अंग्रेजी में पास होना अनिवार्य, जबकि यहां मैट्रिक में अंग्रेजी में पास होना अनिवार्य नहीं
केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (सीटेट) प्रति वर्ष आयोजित की जाती है. सीटेट कक्षा एक से पांच व छह से आठ दोनों परीक्षा में 150 अंक के 150 प्रश्न पूछे जाते हैं, इसके लिए 150 मिनट का समय निर्धारित हैं. गणित सीटेट में भी अनिवार्य है, पर वहां प्रश्न का स्तर इंटरमीडिएट रखा गया है.