JTET Niyamawali 2024, सुनील कुमार झा, (रांची) : झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा (जेटेट) नियमावली में संशोधन होगा. नियमावली में बदलाव को लेकर गठित कमेटी ने अपनी रिपोर्ट स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव को सौंप दी. कमेटी ने मुख्य रूप से नियमावली में दो बिंदुओं पर बदलाव की अनुशंसा की है. कमेटी की अनुशंसा के अनुरूप अब अभ्यर्थी को परीक्षा पास करने के लिए सभी विषयों में अलग-अलग पास करने की आवश्यकता नहीं होगी. अभ्यर्थी ओवरऑल कट के आधार पर परीक्षा पास कर सकेंगे. इसके अलावा परीक्षा के सिलेबस व प्रश्न की कठिनाई के स्तर के प्रावधान में भी बदलाव किया जायेगा. कमेटी की अनुशंसा के अनुरूप नियमावली में बदलाव का प्रस्ताव मंगलवार तक तैयार कर लिया जायेगा. इस संबंध में सोमवार को बैठक होगी. नियमावली में संशोधन को लेकर आवश्यक प्रस्ताव पूरी होने के बाद इसे कैबिनेट की स्वीकृति के लिए भेजा जायेगा.
सिलेबस में भी होगा बदलाव
झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा के नियमावली में वर्तमान में कक्षा एक से पांच की परीक्षा के लिए 11वीं व 12वीं के सिलेबस और कक्षा छह से आठ के लिए सिलेबस राज्य के विश्वविद्यालयों के सिलेबस के अनुरूप रखा गया है. प्रश्न की कठिनाई का स्तर भी इसी के अनुरूप रखा गया था. अब इसमें बदलाव किया जायेगा. नियमावली के अन्य प्रावधानों को भी एनसीटीइ के अनुरूप किया जायेगा.
ऐसा होगा कठिनाई का स्तर
कमेटी की अनुशंसा के अनुरूप नियमावली में अब कक्षा एक से पांच के लिए होनेवाली परीक्षा का प्रश्न राज्य सरकार द्वारा अनुमोदित पाठ्यक्रम के तहत कक्षा एक से पांच के सिलेबस पर आधारित होगा, पर इसकी कठिनाई का स्तर मैट्रिक या समकक्ष होगा. वहीं, कक्षा छह से आठ की परीक्षा के लिए प्रश्न राज्य सरकार द्वारा अनुमोदित पाठ्यक्रम के अंतर्गत कक्षा छह से आठ के सिलेबस पर आधारित होगा, पर इसकी कठिनाई का स्तर उच्चतर माध्यमिक/प्लस टू या समकक्ष होगा. उल्लेखनीय है कि झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा में शामिल होने के लिए लगभग 3.50 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन जमा किया है. नियमावली में बदलाव की प्रक्रिया पूरी होने बाद परीक्षा की तिथि घोषित की जायेगी.
परीक्षा के कट ऑफ में भी बदलाव प्रस्तावित
जेटेट (JTET) के वर्तमान नियमावली में अभ्यर्थी को ओवरऑल पास मार्क्स के अलावा प्रत्येक खंड (विषय) में पास मार्क्स लाना अनिवार्य है. इसके अनुरूप सामान्य वर्ग के अभ्यर्थी को प्रत्येक खंड में न्यूनतम 40 फीसदी व ओवरऑल न्यूनतम 60 फीसदी अंक लाना अनिवार्य है. अत्यंत पिछड़ा वर्ग, पिछड़ा वर्ग व आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के अभ्यर्थी को प्रत्येक खंड में न्यूनतम 35 फीसदी व ओवरऑल न्यूनतम 55 फीसदी अंक लाना अनिवार्य है. अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, आदिम जनजाति व दिव्यांग वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए प्रत्येक खंड में न्यूनतम 30 फीसदी व ओवरऑल न्यूनतम 50 फीसदी अंक लाना अनिवार्य है. कमेटी द्वारा की गयी अनुशंसा के अनुरूप अब अभ्यर्थियों को परीक्षा पास करने के लिए केवल ओवरऑल न्यूनतम कट ऑफ प्राप्तांक लाना होगा.
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