झारखंड आंदोलनकारी जस्टिस एलपीएन शाहदेव की 12वीं पुण्यतिथि के मौके पर पर राज्य के आला नेताओं, सामाजिक कार्यकर्ता और आंदोलनकारियों ने याद किया. राजधानी के जस्टिस एलपीएन शाहदेव चौक पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम में सैकड़ों लोग श्रद्धा सुमन अर्पित करने पहुंचे. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने श्रद्धांजलि संदेश में कहा है कि जस्टिस एलपीएन. शाहदेव न्यायिक सेवा में होते हुए भी झारखंड आंदोलन को उन्होंने बिना किसी दल के बंधन में बंधे अपनी बौद्धिक ऊर्जा से सींचा था. आने वाली पीढ़ियों को उनके दिखाए गये मार्ग का अनुसरण करना चाहिए. केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, मंत्री रामेश्वर उरांव, नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी, आजसू नेता सुदेश महतो, भाजपा के संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह, सांसद निशिकांत दुबे, संजय सेठ, दीपक प्रकाश, विधायक सीपी सिंह, कमलेश कुमार िसंह सहित कई नेताओं ने श्रद्धांजलि दी. श्री मरांडी ने कहा कि जस्टिस एलपीएन शाहदेव झारखंड के लिए लड़नेवालों में अग्रणी थे.
झारखंड की जनता सदैव उनका ऋणी रहेगी. केंद्रीय मंत्री श्री मुंडा ने कहा कि झारखंड अलग राज्य के आंदोलन में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. राज्य सरकार के मंत्री रामेश्वर उरांव ने कहा कि झारखंड अलग राज्य की आंदोलन में जज साहब ने अहम भूमिका निभाई थी, वह झारखंड के आदिवासी-मूलवासी को लेकर हमेशा चिंतित रहते थे. प्रतिपक्ष के नेता श्री बाउरी ने कहा कि प्रसिद्ध न्यायविद ने झारखंड के आंदोलन को बैद्धिक दिशा दी थी. आजसू नेता सुदेश महतो ने कहा कि झारखंड आंदोलन का जब भी चर्चा होगी, जस्टिस शाहदेव का नाम कभी भुलाया नहीं जा सकता है.
आजसू नेता देव शरण भगत, ज्ञान रंजन, मंटू श्रीवास्तव, प्रेम मित्तल, अजय कुमार, सत्य प्रकाश चंदेल, हसन अली, राजू चौधरी, अंजय सरावगी, चेंबर अध्यक्ष किशोर मंत्री, कुणाल अजमानी, राहुल अवस्थी, डॉ संतोष भगत, उदय चौहान, संदीप शाहदेव सहित कई लोगों ने श्रद्धांजलि दी. श्रद्धांजलि कार्यक्रम में जस्टिस शाहदेव के पुत्र प्रतुल शाहदेव, पुत्रवधु डॉ विद्या झा, पुत्रियां संगीता देव, कीर्ति सिंह, बबीता सिंह ,शिल्पी सिंहदेव, पौत्री शांभवी, पौत्र शौर्य प्रताप ने पुष्पांजलि अर्पित की.