रांची़ झारखंड यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी (जेयूटी) अंतर्गत इंजीनियरिंग कॉलेज के विद्यार्थियों को अब क्रिटिकल थिंकिंग कोर्स करना अनिवार्य होगा. जेयूटी ने इसके लिए यूएस की कंपनी टिपटॉप (हॉटमेल डॉट कॉम) के साथ एमओयू किया है. जेयूटी के कुलपति डॉ डीके सिंह व हॉट मेल डॉट कॉम के संस्थापक सब्बीर भाटिया ने इस समझौता पर अपनी स्वीकृति प्रदान की है. क्रिटिकल थिंकिंग का एक पेपर रहेगा, जो कुल तीन क्रेडिट का होगा. कंपनी द्वारा विद्यार्थियों को कोर्स शुल्क व परीक्षा मद में तीन हजार रुपये देने होंगे. कुलपति डॉ सिंह के अनुसार जेयूटी झारखंड में इंटरप्रेन्योरशिप हब बनाने की दिशा में अग्रसर है. इसी के तहत एमओयू किया गया है. शीघ्र ही इस कंपनी के साथ विवि व कॉलेजों में फेकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम (एफडीपी) आरंभ किया जायेगा. इसके लिए तैयारी की जा रही है.
क्या है क्रिटिकल थिंकिंग
इस कोर्स के तहत विद्यार्थियों की सोचने की क्षमता विकसित की जायेगी. यह कोर्स विद्यार्थियों को तात्कालिक जीवन में व्यक्तिगत, व्यावसायिक और सामाजिक मुद्दों को समझने और हल करने की क्षमता प्रदान करेगा. कुलपति ने कहा कि इंजीनियरिंग के क्षेत्र में सफलता के लिए आलोचनात्मक सोच आवश्यक है, क्योंकि यह इनोवेशन को बढ़ावा देती है. समस्या-समाधान क्षमताओं को बढ़ाती है और निर्णय लेने की क्षमता में सुधार करती है. उन्होंने कहा कि इंजीनियर अक्सर टीमों में काम करते हैं और विभिन्न विषयों में पेशेवरों के साथ सहयोग करते हैं. क्रिटिकल थिंकिंग में सक्षम होने से उनके दृष्टिकोण को समझ सकते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है