रांची : कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि जब कभी भी किसी राज्य में सूखा या कोई आपदा आती है, तो केंद्र सरकार उस राज्य को एसडीआरएफ के माध्यम से मदद करती है. झारखंड में भी सूखे और अन्य आपदा के समय एसडीआरएफ के माध्यम से फंड उपलब्ध कराया जाता है. जब यह फंड कम पड़ जाता है, तभी राष्ट्रीय आपदा कोष से मदद की जाती है. जब कोई राज्य राष्ट्रीय आपदा कोष पाने के मापदंड को पूरा करता है, तभी उस राज्य को राष्ट्रीय आपदा कोष से फंड उपलब्ध कराया जाता है.
अभी तक झारखंड सरकार के द्वारा राष्ट्रीय आपदा कोष से मदद की मांग नहीं की गयी है. अतः इस फंड के माध्यम से कोई मदद नहीं की गयी है. श्री चौधरी ने यह जवाब राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश की ओर से पूछे गये सवाल के जवाब में दी. सांसद श्री प्रकाश ने जानना चाहा था कि झारखंड सूखे से परेशान है. 2015-16 व 2018-19 में राज्य को राष्ट्रीय आपदा कोष से फंड उपलब्ध करायी गयी थी, लेकिन उसके बाद से इस फंड से कोई मदद क्यों नही की गयी है.
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रांची: कांग्रेस सांसद डीके सुरेश के देश को तोड़ कर अलग देश बनाने की मांग पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि देश का विभाजन, देश को तोड़ना कांग्रेस के डीएनए में शामिल है. कहा कि कर्नाटक की कांग्रेस सरकार में उप-मुख्यमंत्री के भाई और कांग्रेस से बेंगलुरु (ग्रामीण) से लोकसभा सांसद ने बजट पेश होने के बाद बयान दिया कि हमारी मांग है कि दक्षिण को भारत से अलग कर देना चाहिए. उन्होंने कहा कि अब पता चला कि राहुल गांधी वास्तव में कौन सी यात्रा निकाल रहे हैं. ये उनकी तथाकथित भारत तोड़ो यात्रा का ही असर है कि कांग्रेस के सांसद दक्षिण भारत को देश से तोड़ कर एक अलग राष्ट्र बनाने की बात कर रहे हैं
आज सिद्ध हो गया कि राहुल गांधी भारत तोड़ो यात्रा निकाल रहे हैं. उन्होंने कहा कि अविलंब ऐसी मानसिकता वाले लोगों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. डीके सुरेश को एक मिनट भी सांसद बने रहने का कोई अधिकार नहीं है. क्या सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका वाड्रा, डीके सुरेश के देश को तोड़ने वाले बयान की निंदा करेंगे? क्या कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे अपने सांसद डीके सुरेश को इस अक्षम्य अपराध के लिए पार्टी से निष्कासित करने का साहस दिखायेंगे? उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमेशा से देश को जाति, धर्म और क्षेत्र को आपस में लड़ा कर सत्ता की राजनीति करती आयी है. कांग्रेस हमेशा से उत्तर भारत और दक्षिण भारत के बीच जनता को भड़का कर अपनी राजनीति करती आयी है. लेकिन हमारे लिए राष्ट्र पहले है, पार्टी और सत्ता बाद में.