राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के समापन में शामिल होने के लिए मुंबई पहुंचीं कल्पना सोरेन ने इससे पहले एक लंबा ट्वीट किया. सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ पर झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी ने एक पोस्ट डाला, जिसमें कहा कि हेमंत जी को कारावास में रहते 45 दिन से अधिक हो गये. सप्ताह में एक दिन मात्र कुछ समय के लिए ही उनसे मिलना हो पाता है.
बाबा और मां के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित रहते हैं हेमंत सोरेन
कल्पना मुर्मू सोरेन लिखती हैं कि बाबा और मां के स्वास्थ्य को लेकर वो चिंतित रहते हैं. वो राज्य की जानकारी लेने के साथ-साथ बच्चों के बारे में भी पूछते हैं. राज्यवासियों के प्रति हेमंत जी का प्रेम और समर्पण ही मुझे शक्ति देता रहता है. इस अन्यायपूर्ण कारावास में भी वह मुस्कुरा कर कहते हैं कि तुम एक मां हो, सब संभाल लोगी.
कल्पना को कैदियों की समस्या के बारे में बताते हैं हेमंत
कल्पना ने यह भी लिखा है कि हर सप्ताह मिलने के क्रम में वो जेल में बंद गरीब और असहाय कैदियों की समस्याओं के बारे में बताते रहते हैं. उन्हें कैसे न्याय मिले, सोचते हैं. अभी कुछ दिनों पहले ही हेमंत जी ने महिला सिपाहियों की सहूलियत को लेकर सरकार तक अनुरोध भी पहुंचाया है.
जेल में आदिवासी, दलित, पिछड़े व अल्पसंख्यक अधिक
श्रीमती सोरेन ने लिखा है कि झारखंड समेत देश के जेलों में बंद कैदियों की संख्या में सबसे ज्यादा आदिवासी, दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यक वर्ग के लोग हैं. अधिकांश मामलों में वंचित समाज के लोग मामूली अपराधों में, तो कई बार सिर्फ जमानत की छोटी से छोटी राशि ना भर पाने की असमर्थता के कारण जेल में रहने को मजबूर रहते हैं.
हाथी उड़ाने वाले लोकतंत्र की हत्या की साजिश रचने में व्यस्त
उन्होंने लिखा कि मुझे याद है, खुद मुख्यमंत्री रहते हुए हेमंत जी ने कुछ ऐसे कैदियों को रिहा करने का निर्देश भी दिया था. आज हाथी उड़ाने वाले लोग सिर्फ पूंजीपतियों द्वारा दिये इलेक्टोरल बॉन्ड और अन्य चंदों की मदद से लोकतंत्र की हत्या की साजिश रचने में व्यस्त हैं. इन्हें आदिवासी, दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यक वर्ग से कोई मतलब नहीं.
सीएम, कल्पना और सुप्रियो आज जायेंगे मुंबई
बता दें कि मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के साथ कल्पना सोरेन और झामुमो के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य रविवार को मुंबई पहुंचे. मुंबई में राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के समापन समारोह में तीनों शामिल हुए. लोकसभा चुनाव के लिए सीटों के बंटवारे पर भी मुंबई में ही चर्चा हो सकती है. सोमवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के तीनों वरिष्ठ नेता रांची लौटेंगे. इसके बाद झारखंड में सीटों व प्रत्याशियों की घोषणा की जायेगी.