कमलेश ने कांके में सरकारी जमीन पर भी कब्जे का किया था प्रयास
कांके के पूर्व अंचलाधिकारी ने पुलिस निरीक्षक को दी रिपोर्ट में बताया था कि नगड़ी मौजा में कमलेश ने 20 एकड़ जमीन पर कब्जे का प्रयास किया था.
रांची. इडी के निशाने पर आये कमलेश कुमार पर सरकारी जमीन पर कब्जे का भी आरोप लगा है. सरकारी जमीन पर कब्जा करने के मामले में उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. कमलेश शुरू में पत्रकारिता के पेशे से जुड़ा था. बाद में वह जमीन का कारोबार करने लगा. जमीन कारोबार के दौरान ही उसे कई अधिकारियों और राजनीतिज्ञों का साथ मिला. आज भी कई राजनीतिक व्यक्ति और अधिकारी उसके संपर्क में रहते हैं. पैसा कमाने की चाहत में निजी जमीन के साथ-साथ उसने सरकारी जमीन पर भी कब्जे का प्रयास किया. कांके के पूर्व अंचलाधिकारी ने पुलिस निरीक्षक को दी रिपोर्ट में बताया था कि नगड़ी मौजा में कमलेश ने 20 एकड़ जमीन पर कब्जे का प्रयास किया था. खाता संख्या 136, प्लॉट संख्या 2381 पर उसने रिवर व्यू गार्डेन बनाने के लिए जमीन समतल कराया था. उस जमीन पर उसने अवैध निर्माण भी कराया था. यह जमीन बीएयू के लिए अधिग्रहित की गयी थी. इसको लेकर 27 नवंबर 2020 को कमलेश के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. नगड़ी मौजा की इस जमीन पर जेसीबी से नदी के कुछ हिस्सों को कमलेश ने समतल भी कराया था. इस मामले में कमलेश को गिरफ्तार किया गया था. कमलेश पहले एक अखबार में फोटोग्राफर का काम करता था.
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