कांची नदी पर घटिया पुल बनाने वाले इंजीनियरों पर कार्रवाई नहीं, निर्माण में खराब मैटेरियल का हुआ इस्तेमाल

कांची नदी घटिया पुल बनाने के मामले को काफी समय तक तत्कालीन मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम ने इस मामले को दबा कर रखा. उनके हट जाने के बाद सुरेंद्र प्रसाद मुख्य अभियंता बने.

By Prabhat Khabar News Desk | July 10, 2023 8:47 AM

सोनाहातू के कांची नदी पर घटिया पुल बनानेवाले इंजीनियरों और ठेकेदार पर अब भी कार्रवाई नहीं हो रही है. जांच में पुष्टि हो चुकी है कि हराडीह-बूढ़ाडीह पुल का निर्माण घटिया सामग्री से हुआ था. इस्टीमेट की तुलना में कम मैटेरियल का इस्तेमाल किया गया. यहां तक कि इसकी मॉनिटरिंग भी इंजीनियरों ने नहीं की थी. इसका नतीजा था कि यास तूफान आने पर 27 मई 2021 को पानी के तेज बहाव के कारण 13 करोड़ की लागत से बनननेवाला पुल गिर गया था.

इसकी जांच उच्चस्तरीय कमेटी ने की थी. अभियंता प्रमुख मुरारी भगत के नेतृत्व में दो मुख्य अभियंता भी जांच टीम में शामिल थे. उन्होंने स्पष्ट रिपोर्ट दी है कि गुणवत्ता खराब होने के कारण पुल गिरा है. इस मामले में इंजीनियरों और ठेकेदार पर कार्रवाई करने के लिए ग्रामीण कार्य विभाग ने विशेष प्रमंडल के मुख्य अभियंता से आरोप तय कर अनुशंसा भेजने को कहा था.

काफी समय तक तत्कालीन मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम ने इस मामले को दबा कर रखा. उनके हट जाने के बाद सुरेंद्र प्रसाद मुख्य अभियंता बने. उनसे भी विभाग ने आरोप तय कर कार्रवाई के लिए अनुशंसा भेजने को कहा, पर अभी तक उन्होंने भी नहीं भेजा है. इस कारण आरोपी इंजीनियर- ठेकेदार बचे हुए हैं. उन पर विभाग कार्रवाई भी नहीं कर पा रहा है.

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