जलकुंभी के कारण रांची के कांके डैम का पानी हो गया हरा, आ रही है बदबू
विशेषज्ञों की मानें, तो साफ पानी में जलकुंभी नहीं उगती है. पानी जब खराब होने लगता है, तभी उसमें जलकुंभी उगने लगती है. ऐसे में डैम से सिर्फ जलकुंभी हटा देने से यह पूरी तरह से साफ नहीं होगा.
रांची : रांची के कांके डैम से शहर के रिहायशी इलाकों में जलापूर्ति की जाती है. लेकिन, डैम में काफी गंदगी है. वहीं, जलकुंभी से डैम का अधिकांश हिस्सा पट गया है. इस कारण इसका पानी हरा हो गया है. इससे बदबू भी आने लगी है. अगर जल्द इस दिशा में ध्यान नहीं दिया गया, तो धीरे-धीरे जलकुंभी पूरे डैम को अपनी चपेट में ले लेगी.
एक वीड हार्वेस्टर से हो रही सफाई, लेकिन वह नाकाफी :
डैम से जलकुंभी हटाने के लिए नगर निगम ने एक वीड हार्वेस्टर मशीन से इसकी सफाई करा रहा है. लेकिन, डैम में जिस रफ्तार से जलकुंभी फैल रही है, उसे हटाने के लिए एक वीड हार्वेस्टर मशीन नाकाफी है.
गंदे पानी के कारण उग रही जलकुंभी :
विशेषज्ञों की मानें, तो साफ पानी में जलकुंभी नहीं उगती है. पानी जब खराब होने लगता है, तभी उसमें जलकुंभी उगने लगती है. ऐसे में डैम से सिर्फ जलकुंभी हटा देने से यह पूरी तरह से साफ नहीं होगा. इसके लिए इसकी तलहटी में जमी गाद निकालनी होगी. जब तक यह डैम गाद मुक्त नहीं होगा, तब तक डैम में रुक-रुककर जलकुंभी उगती रहेगी.
पर्यटन स्थल के रूप में भी प्रसिद्ध है कांके डैम :
कांके डैम की पहचान पर्यटन स्थल के रूप में भी है. ऐसे में प्रतिदिन हजारों की संख्या में यहां लोग टहलने व मनोरंजन के लिए आते हैं. लेकिन, जलकुंभी से भरे इस डैम के पानी से अब हल्की बदबू आनी शुरू हो गयी है. इस कारण लोग डैम किनारे बैठने से कतराने लगे हैं.