कांटाटोली से बहू बाजार तक सड़क की स्थिति नारकीय हो गयी है. ऐसे में राहगीरों और वाहन चालकों के लिए यह अनुमान लगाना मुश्किल हो गया है कि सड़क पर गड्ढा है या गड्ढे में सड़क. स्थिति यह है कि लोगों का पैदल चलना भी मुश्किल है. लोग कीचड़युक्त सड़क पर जैसे-तैसे आवाजाही करने को मजबूर हैं. सड़क पर फिसलन व बड़े-बड़े गड्ढे होने के कारण स्कूटी व बाइक सवार प्रतिदिन फिसल कर दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं.
इस सड़क की दुर्दशा का मुख्य कारण फ्लाइओवर निर्माण करने वाली कंपनी द्वारा बाइलेन नहीं बनाना है. कंपनी को फ्लाइओवर का निर्माण होने तक आवागमन के लिए बाइलेन का निर्माण करना था. लेकिन, कंपनी की ओर से सिर्फ मिट्टी का कटाव कर जगह-जगह सड़क के किनारे छोड़ दिया गया. इस कारण हल्की बारिश में भी गड्ढों में पानी भर जाता है. ऐसे में हमेशा इस सड़क पर जाम की स्थिति बनी रहती है.
फ्लाइओवर निर्माण के कारण कांटाटोली-बहू बाजार सड़क पर अनगिनत गड्ढे हो गये हैं. इस कारण आये दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं. दोपहिया वाहन सवार कीचड़ से लथपथ होकर कार्यालय व घर आने-जाने को मजबूर हैं. सबसे अधिक परेशानी बीमार लोगों को अस्पताल से लाने व ले जाने में भी हो रहा है.
शाम नौ बजे के बाद कांटाटोली-बहू बाजार सड़क पर बड़े वाहनों का प्रवेश शुरू हो जाता है. इस कारण सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गये हैं. बहू बाजार पेट्रोल पंप के पास दिन में ट्रैफिक पुलिस की तैनाती रहती है. यहां दिन में बड़े वाहनों के परिचालन पर रोक है. लेकिन, रात आठ बजे के बाद ट्रैफिक पुलिस के हटते ही वाहन इसी रास्ते से कांटाटोली की ओर आना-जाना करते हैं. इस कारण जाम भी लगता है.