रांची : रांची दो वर्षों से अधूरे पड़े कांटाटोली फ्लाइओवर का काम पूरा करने के लिए चार कंपनियों ने रुचि दिखायी है. जुडको द्वारा निकाले गया टेंडर हैदराबाद की नागार्जुना कंस्ट्रक्शन, हरियाणा की गावर कंस्ट्रक्शन, अहमदाबाद की डीआरए इंफ्रास्ट्रक्चर व नागपुर की एसएमएस लिमिटेड ने भरा है. फिलहाल, जुडको द्वारा कागजात की जांच के बाद मूल्यांकन का कार्य किया जायेगा. तकनीकी मूल्यांकन पूरा करने के बाद फाइनांशियल बिड खोल कर एल-वन घोषित किया जायेगा.
लगभग 224 करोड़ की राशि से बनाये जा रहे कांटाटोली फ्लाइओवर को दो साल में पूरा करना है. यह ओवरब्रिज योगदा सत्संग आश्रम से कांटाटोली चौक होते हुए कोकर के शांति नगर तक जायेगा. इसकी लंबाई 2400 मीटर होगी. शुरुआत में 40 करोड़ की डीपीआर बनी थी. फिर उसे 84 करोड़ रुपये का किया गया. इसके बाद फ्लाइओवर निर्माण की लागत 187 करोड़ पहुंची. लेकिन, इस राशि में भी काम नहीं हो सका. अब निर्माण के लिए बजट राशि 224 करोड़ रखी गयी है.
कांटाटोली फ्लाइओवर निर्माण की योजना वर्ष 2016 में बनी थी. वर्ष 2017 में इसका काम आवंटित किया गया था, लेकिन भू-अर्जन नहीं होने के कारण काम चालू नहीं हो सका. मई 2018 में भू-अर्जन का काम पूरा हुआ. जून 2018 में क्लियरेंस के बाद काम शुरू किया गया था. जून 2020 तक कांटाटोली फ्लाइओवर बन कर तैयार हो जाना चाहिए था.
लेकिन, अब तक 132 पाइल, दो पाइल कैप और एक पिलर की ही कास्टिंग हो सकी है. शुरुआत में बहुबाजार स्थित वाइएमसीए से लेकर कोकर स्थित शांतिनगर तक फ्लाइओवर निर्माण की योजना बनायी थी, लेकिन अब योगदा सत्संग से कांटाटोली होते हुए कोकर के शांतिनगर तक फ्लाइओवर का निर्माण के लिए टेंडर किया गया है.
Posted By : Sameer Oraon