करण राज मेहता का स्टार्टअप ‘मिलो डॉक्टर’: अब आसानी से मिलेगा चिकित्सकीय परामर्श, नहीं लगानी होगी कतार
‘मिलो डॉक्टर’ की लांचिंग बिजनेस-टू-बिजनेस (बी-टू-बी) मॉडल पर हुई. धीरे-धीरे हॉस्पिटल और नर्सिंग होम जुड़ने लगे. इससे कंपनी की मार्केटिंग खुद होने लगी.
रांची, अभिषेक रॉय: केंदुआ धनबाद के करण राज मेहता को अपने स्टार्टअप ‘मिलो डॉक्टर’ का आइडिया बीआइटी सिंदरी से सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान ही मिल गया था. वह वर्ष 2017 में सेकेंड ईयर में थे, जब दादी को हड्डी रोग विशेषज्ञ के पास लेकर पहुंचे. डॉक्टर के पास मरीजों की लंबी कतार थी, जबकि चिकित्सीय परामर्श के लिए मात्र 10 मिनट ही चाहिए थे. घर लौटकर उन्होंने शहर और राज्य में डॉक्टर से ऑनलाइन कंसल्टेंट की सुविधा खोजी. लेकिन, पूरे राज्य में यह सुविधा नहीं मिली. इसके बाद से करण अपने स्टार्टअप आइडिया पर काम करने लगे. दिसंबर 2017 में कोलकाता वेंचर्स के सामने आइडिया पिच कर उन्होंने इंक्यूबेशन हासिल किया. अगले तीन माह में कंपनी की रूपरेखा तय की. परिवार और पाॅकेट मनी की सेविंग से 15 हजार रुपये जोड़े और वेबसाइट तैयार की. शहर के विभिन्न हॉस्पिटल और डॉक्टर से मिलकर स्टार्टअप की सुविधाओं की जानकारी दी. हेल्थ सेक्टर का भरोसा जीतने के बाद करण ने वर्ष 2019 में कंपनी का रजिस्ट्रेशन कराया. झारखंड स्टार्टअप चैलेंज से जुड़ने पर उन्हें सरकार से मिली सराहना भी मिली. पांच वर्ष में उनकी कंपनी मार्केट वैल्यू करोड़ों में पहुंच चुकी है.
कोरोना काल में अपने स्टार्टअप में जोड़ी तकनीकी सुविधाएं
‘मिलो डॉक्टर’ की लांचिंग बिजनेस-टू-बिजनेस (बी-टू-बी) मॉडल पर हुई. धीरे-धीरे हॉस्पिटल और नर्सिंग होम जुड़ने लगे. इससे कंपनी की मार्केटिंग स्वत: होने लगी. 2020 की शुरुआत में सीरीज ए-फंडिंग के तहत 3.25 करोड़ रुपये की फंडिंग हासिल कर उन्होंने स्टार्टअप में और सुविधाएं जोड़ी. कोरोना काल में धनबाद व बोकारो के अलावा बेंगलुरु में अपनी कंपनी को लांच किया. इससे दर्जनों नेशनल एक्रेडेशन बोर्ड फॉर हॉस्पिटल (एनएबीएच) से मान्यता प्राप्त सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल और नर्सिंग होम के साथ जुड़ गये. कोरोना काल में तकनीकी सुविधाओं को बढ़ाया. इससे लोगों को घर बैठे चिकित्सीय परामर्श व अन्य सुविधाएं मिलने लगीं. साथ ही हॉस्पिटल के प्रबंधन क्षेत्र, मार्केटिंग व अन्य सुविधाओं को लोगों तक पहुंचाने का काम किया. इस क्रम में हजारों लोगों को रोजगार से जोड़ा और 2.5 लाख से अधिक मरीजों का डाटा बेस तैयार कर लिया.
पैन इंडिया प्लान के तहत जून में रांची में होगी लांचिंग
करण कहते हैं कि स्टार्टअप अब प्रॉफिट बिजनेस के साथ से लोगों को चिकित्सीय सुविधा दे रहा है. इससे पैन इंडिया प्लान तैयार किया है. इसके तहत जून में रांची में लांचिंग होगी. फिलहाल, महावीर चैरिटेबल आई हॉस्पिटल, रांची के साथ नि:शुल्क काम कर रहे हैं. अगस्त से कंपनी बिजनेस-टू-कस्टमर (बी-टू-सी) मॉडल पर संचालित होगी. जहां लोगों को डिजिटल हेल्थ केयर टेक्नोलॉजी का लाभ दिया जायेगा. साथ ही देशभर के युवा खासकर स्कूल व कॉलेज के विद्यार्थियों को मेंटल हेल्थ एंड वेलनेस की कंसल्टेंट सुविधा दी जायेगी.