रांची. पश्चिम बंगाल के बांकुड़ा जिले के मरांग बुरु पार्क में झारखंड के पुरोधा व आदिवासी अधिकारों के अग्रणी योद्धा कार्तिक उरांव की प्रतिमा लगायी गयी है. अनावरण कार्यक्रम में स्व उरांव की बेटी व राज्य की पूर्व मंत्री गीताश्री उरांव शामिल हुईं. मौके पर उन्होंने कार्तिक उरांव के जीवन पर प्रकाश डाला. झारखंडी समाज में सामाजिक चेतना जगाने में उनकी महती भूमिका के बारे में बताया.
आदिवासी समाज के उत्थान के लिए किये गये प्रयासों को याद किया
इस मौके पर आदिवासी समाज के उत्थान के लिए स्व उरांव द्वारा किये गये प्रयासों को वक्ताओं ने याद किया. मौके पर पर्यटन स्थल मुकुट मणिपुर में स्थापित धरती आबा बिरसा मुंडा की 40 फीट ऊंची आदमकद प्रतिमा का ऑनलाइन अनावरण किया गया. इसके साथ ही बांकुड़ा के रानीबाग प्रखंड के सुरीताडी में संताली भाषा दिवस मनाया गया. वक्ताओं ने संताली भाषा के उत्थान को लेकर चर्चा की. कार्यक्रम में पश्चिम बंगाल आदिवासी विकास परिषद के अध्यक्ष बिरसा तिर्की, झारखंड के प्रधान महासचिव सुशील उरांव, बांकुरा के जिलाध्यक्ष सुनील कुमार मंडी, सुरनी ओरांग, विश्वनाथ उरांव, मार्शल मुर्मू सहित सैकड़ों लोग शामिल हुए.
37 वर्षों से बांकुड़ा में चल रहा कार्तिक उरांव विद्यालय
बांकुड़ा के विष्णुपुर के सरास कुनाली में पिछले 36-37 वर्षों से कार्तिक उरांव नूतन ग्राम आदिवासी आवासीय उच्च विद्यालय का संचालन हो रहा है. पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व सुमति उरांव के प्रयास से इस विद्यालय की स्थापना बंगाल में हुई थी. गीता श्री उरांव ने इस विद्यालय का भ्रमण कर व्यवस्था की जानकारी ली. आज क्षेत्र के अग्रणी शैक्षणिक संस्थान के रूप में यह विद्यालय जाना जाता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है