रांची के बाजार में चूड़ियों की खनक और साड़ियों की चमक, जानें कब है करवा चौथ
Karwa Chauth 2024 Date: महिलाएं पूजन सामग्री के साथ-साथ सोलह शृंगार और परिधानों की खरीदारी में जुट गयी हैं. करवा चौथ स्पेशल मेहंदी की भी प्री-बुकिंग हो चुकी है.
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Karwa Chauth 2024 Date: अखंड सौभाग्य का पर्व करवा चौथ 20 अक्तूबर को है. इसको लेकर महिलाओं में काफी उत्सुकता है. बाजार में रौनक बढ़ गयी है. खरीदारी जोरों पर है. चारों ओर करवा चौथ का बाजार सज गया है.
सोलह शृंगार की खरीदारी में जुटी रांची की महिलाएं
महिलाएं पूजन सामग्री के साथ-साथ सोलह शृंगार और परिधानों की खरीदारी में जुट गयी हैं. साथ ही करवा चौथ की स्पेशल मेहंदी की भी प्री-बुकिंग हो चुकी है. नवविवाहितों में पहला करवा चौथ को लेकर खासा उत्साह है. नयी नवेली दुल्हन की तरह सजकर चंद्रदेव को अर्घ देने के लिए बेताब हैं.
शाम 7:40 बजे चंद्रोदय का समय
कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को करवा चौथ का पर्व मनाया जाता है. 20 अक्तूबर के दिन 10:46 बजे तक तृतीया तिथि है, उसके बाद चतुर्थी तिथि लग जायेगी. चंद्रमा को अर्घ देने का विधान चतुर्थी तिथि को है. 20 अक्टूबर को चंद्रोदय का समय शाम 7:40 बजे है. रांची के पंडित अनूप दाधीच ने कहा कि महिलाएं परंपरा के अनुसार, पूजन पाठ करें. चंद्रदेव को अर्घ देकर अखंड सुहाग की कामना करें.
चांद देख पति के हाथ से पानी पीने की परंपरा
पंजाबी समुदाय और मारवाड़ी समुदाय में इस पर्व की विशेष परंपरा है. पंजाबी समुदाय में सास सुबह में अपनी बहू को सरही कराती हैं. वहीं नवविवाहितों में चूड़ा और उम्रदराज महिलाओं में लाल चूड़ी पहनने की परंपरा है. शाम में पूजा के समय सात बार थाली घुमाने की परंपरा है. पूजा के बाद चांद को अर्घ देकर व्रती महिलाएं चलनी से पति को देखती हैं और पति के हाथ से पानी पीकर व्रत खोलती हैं. वहीं मारवाड़ी समाज में चांद को अर्घ देकर व्रत खोलने की परंपरा है.
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