प्रतिनिधि, डकरा विश्व बैंक संपोषित केडीएच परियोजना के कोयला खदान में शनिवार रात लगभग 11 बजे जामुनदोहर बस्ती के रहनेवाले राजू तुरी व उनके साथ अन्य पांच-छह लोगों ने मिलकर ड्यूटी कर रहे कर्मी अरुण गंझू, शशि उरांव व धनेश्वर गंझू पर अचानक हमला कर उन्हें घायल कर दिया. तीनों को मारपीट करते हुए अपहरण का भी प्रयास किया. हल्ला करने पर वहां मौजूद अन्य कर्मियों ने उन्हें बचाया. घायल तीनों कामगारों को डकरा अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है. शशि का हाथ टूट गया है. घटना की सूचना मिलते ही लोगों ने तुरंत पूरे परियोजना का काम बंद कर अस्पताल पहुंच गये. उन्होंने अपना गुस्सा जाहिर करते हुए बगैर सुरक्षा के ड्यूटी करने से मना कर दिया. रात भर काम बंद रहने के बाद सुबह पीओ अनिल कुमार सिंह और खान प्रबंधक राघवेन्द्र गांधी पिट कार्यालय पहुंचकर कर्मियों से बात की. मारपीट में शामिल राजू तुरी को पीड़ितों की पुष्टि किये जाने के बाद खलारी थाना में प्राथमिकी दर्ज कराने का जब निर्णय लिया गया तो राजू तुरी तुरंत अपनी गलती मानते हुए लिखित रूप में प्रबंधन और घायल कामगारों से माफी मांगने की पेशकश की. लेकिन घायल शशि उरांव आरोपियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराने की बात पर अड़े हुए हैं. प्रबंधन ने सभी श्रमिक संगठन के प्रतिनिधियों से भी बात की. लेकिन उन्होंने कहा कि जिसके साथ घटना हुई है, उसकी सहमति से ही समझौता होना चाहिए. फिलहाल 12 घंटे बाद काम तो चालू हो गया है, लेकिन तनाव बना हुआ है. जामुनदोहर को विस्थापित करने की चल रही है प्रक्रिया केडीएच कोयला खदान विस्तार के लिए जामुनदोहर बस्ती को विस्थापित करने की प्रक्रिया चल रही है. राजू तुरी को भी मुआवजा देने की प्रक्रिया चल रही है. घटना को लेकर एनके एरिया कोल माइन अफसर एसोसिएशन एवं क्षेत्र के सभी श्रमिक संगठन के प्रतिनिधियों ने कड़ी निंदा की है. सभी ने दोषी के विरुद्ध कार्रवाई करने व जामुनदोहर के आसपास सीआइएसफ को तैनात करने की मांग की है.
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