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सैंपल देनेवाले व्यक्ति के पते में लैंडमार्क का आवश्यक रूप से उल्लेख करें
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संबंधित व्यक्ति जो फोन नंबर दे रहा है, उस पर कॉल करके जांच कर लें कि नंबर सही है या नहीं
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ऐसा करने पर जब भी कोई कोरोना का मरीज निकलेगा, उसे हम जल्द ट्रेस कर पायेंगे
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कोई भी व्यक्ति अगर पॉजिटिव आता है, तो उसकी जानकारी सबसे पहले जिला प्रशासन दें
रांची : कोरोना जांच करनेवाले शहर के सभी निजी लैब संचालकों के साथ शनिवार को उपायुक्त छवि रंजन ने बैठक की. समाहरणालय में आयोजित बैठक में डीडीसी अनन्य मित्तल, सिविल सर्जन डॉ वीबी प्रसाद व विभिन्न लैब संचालक उपस्थित रहे. बैठक में डीसी ने सभी संचालकों को आदेश दिया कि जो भी व्यक्ति कोरोना जांच करने के लिए आता है, उसका पूरा रिकॉर्ड लिया जाये.
संबंधित व्यक्ति जो फोन नंबर उपलब्ध करा रहा है. उस पर कॉल करके जांच कर लिया जाये कि नंबर सही है कि नहीं. ऐसा करने पर जब भी कोई कोरोना का मरीज निकलेगा, उसे हम जल्द ट्रेस कर पायेंगे. उपायुक्त ने कहा कि सैंपल देनेवाले व्यक्ति के पते में लैंडमार्क का आवश्यक रूप से उल्लेख करें. साथ ही टेस्ट कराने के दौरान वह कहां रह रहा है, इसकी भी पूरी जानकारी लें.
जांच रिपोर्ट की जानकारी पहले जिला प्रशासन को दें : कोरोना जांच करनेवाले निजी लैब संचालकों से डीसी ने कहा कि कोई भी व्यक्ति अगर पॉजिटिव आता है, तो उसकी जानकारी सबसे पहले जिला प्रशासन और उसके बाद मरीज को दें. सभी लैब मरीज को यह निर्देश दें कि जब तक जांच रिपोर्ट नहीं आ जाती है, वे होम आइसोलेशन में ही रहेंगे. इसके लिए संबंधित व्यक्ति से अंडरटेकिंग भी लें.
जांच क्षमता बढ़ायें, हर दिन दें रिपोर्ट : बैठक में सभी निजी लैब संचालकों को जांच क्षमता बढ़ाने को कहा गया. डीसी ने कहा कि वे प्रतिदिन लिये गये सैंपल, की गयी जांच और बैकलॉग की रिपोर्ट उपलब्ध करायें.