खरसावां शहीद पार्क : हेमंत सोरेन ने कहा – मेरी गतिविधियों पर दिल्ली रख रही नजर, मुझे फंसाने की हो रही साजिश

सीएम ने कहा कि आदिवासी समाज दुनिया में सबसे गरीब व पिछड़ा है. देश की आजादी के बाद समाज के नीति निर्धारण करनेवालों ने आदिवासियों पर ध्यान नहीं दिया.

By Prabhat Khabar News Desk | January 2, 2024 8:40 AM
an image

खरसावां शहीद पार्क के पास जनसभा में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि मेरी हर गतिविधि पर दिल्ली के लोग नजर रख रहे हैं. मुझे फंसाने का प्रयास कर रहे हैं. राजनीतिक मैदान में नहीं जीत सके, तो एजेंसियों के माध्यम से परेशान कर रहे हैं.

सीएम ने कहा कि आदिवासी समाज दुनिया में सबसे गरीब व पिछड़ा है. देश की आजादी के बाद समाज के नीति निर्धारण करनेवालों ने आदिवासियों पर ध्यान नहीं दिया. झारखंड राज्य बनने के बाद आदिवासी वर्ष 2019 तक आंदोलन करते रहे, कभी सीएनटी-एसपीटी, तो कभी कुछ को लेकर. पूर्व में राज करनेवाले लोगों को आदिवासी कहने में शर्म आती थी, इसलिए वनवासी कहने लगते हैं. दुख है आदिवासी समुदाय के कुछ लोग उनकी जमात में शामिल हैं. वे अपने हाई कमान की भाषा बोलते हैं. इनका उद्देश्य सदैव जल, जंगल व जमीन उजाड़ने का रहा है. पूर्व की सरकार ने पत्थलगड़ी को लेकर आदिवासी समाज को तोड़ने का काम किया. झामुमो की सरकार बनी, तो तमाम लोगों के केस को वापस लिया गया. इससे पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोमवार को खरसावां गोलीकांड के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की. कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा : खरसावां शहीद स्थल को आदिवासियों का प्रेरणा स्थल बनायेंगे. हमारे पूर्वजों ने प्राणों का बलिदान दिया है. बाकी पेज 06 पर

मेरी गतिविधियों का ऑपरेशन

खरसावां गोलीकांड में शहीदों की पहचान कराने का प्रयास होगा, ताकि उनके आश्रितों को सम्मान मिल सके. सीएम ने मंच से विपक्षी दलों पर निशाना भी साधा. सीएम ने देशभर के आदिवासियों को एक होने की अपील की. कहा कि देश में लोकसभा की करीब 150 सीटें एसटी-एससी के लिए आरक्षित हैं. जिस दिन आदिवासी व दलित एक हो गये, ये देश सही लोगों को हाथों में आ जायेगा. सीएम ने कहा कि झारखंड पर बुरी नजर डालनेवालों को झामुमो नहीं छोड़ेगा. यहां के लोगों के मान, सम्मान व स्वाभिमान से खिलवाड़ करने नहीं दिया जायेगा.कुछ लोग शहीद दिवस की रूपरेखा बदलने में लगे हैं : शहीद स्थल पर किसान मेला के आयोजन पर मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा का नाम लिये बगैर आलोचना की. कहा कि आज के दिन हम सभी शहीद दिवस को प्रेरणा दिवस के रूप में मनाते हैं. कुछ लोग इसकी रूपरेखा बदलने पर लगे हुए हैं.

झारखंड के युवा जागृत, षड्यंत्रों पर पानी फेर देंगे : सीएम ने कहा कि सरकार गठन के बाद से विपक्षी नेता सरकार गिराने का षड्यंत्र कर रहे हैं. झारखंड के युवा अब जागृत हो चुके हैं. उनके मंसूबों पर पानी फेरने के लिए तैयार हैं. सीएम ने कहा कि झारखंड के माथे से पिछड़े राज्य के कलंक को मिटायेंगे. मंच से विपक्ष को चुनौती देते हुए कहा कि 2024 राजनीतिक उठापटक का साल रहेगा, ऐसे में हमें एकजुटता दिखाते हुए फिर से सरकार बनानी है.

Also Read: खरसावां गोलीकांड : शहीद बेदी पर पहुंचने वाले पहले राज्यपाल बने सीपी राधाकृष्णन, अर्जुन मुंडा भी रहे मौजूद

Exit mobile version