रांची: पूर्वी भारत के कई हिस्सों में कुर्मी समुदाय के लोगों ने मंगलवार को एसटी का दर्जा देने और कुरमाली भाषा को संविधान की आठवीं सूची में शामिल करने की अपनी मांग को लेकर पश्चिम बंगाल, झारखंड और ओड़िशा में रेलवे पटरियों पर आवागमन बाधित किया और सड़कें जाम की. आंदोलनकारी कई स्थानों पर पटरियों पर बैठ गये, जिससे कई ट्रेनों को रद्द करना पड़ा.
उन्हें गंतव्य से पहले रोकना पड़ा या मार्ग बदलना पड़ा. खड़गपुर डिवीजन के नीमडीह रेलवे स्टेशन और आद्रा डिवीजन के कौस्तुर रेलवे स्टेशन पर लोगों ने रोड जाम कर दिया. पश्चिम बंगाल के खेमाशोली स्टेशन के पास कुड़मी समाज के हजारों लोगों ने रेल चक्का जाम कर दिया.
रेलवे के एक अधिकारी के मुताबिक, दक्षिण-पूर्व रेलवे (एसइआर) के आद्रा मंडल के कुस्तौर और निमडीह स्टेशनों, खड़गपुर मंडल के खेमासुली और भांजपुर तथा चक्रधरपुर मंडल के औनलाजोरी स्टेशन पर आंदोलन के कारण सुबह चार बजे से ट्रेन सेवाएं आंशिक रूप से प्रभावित हुईं.
रांची रेल मंडल ने तीन ट्रेनों को रद्द किया : आद्रा मंडल के कुसतौर एवं नीमडीह स्टेशन पर आदिवासी कुर्मी समाज की ओर से रेल लाइन पर धरना देने से ट्रेनों का परिचालन बाधित हो गया. इस कारण मंगलवार को रांची रेल मंडल की ओर से तीन ट्रेनों को रद्द करना पड़ा. वहीं कई ट्रेनों का मार्ग परिवर्तित किया गया. जिन ट्रेनों को रद्द किया गया, उनमें ट्रेन (03598) आसनसोल-रांची मेमू पैसेंजर, ट्रेन (08641) आद्रा-बरकाकाना मेमू पैसेंजर व ट्रेन (18036) हटिया-खड़गपुर एक्सप्रेस शामिल हैं. वहीं (18035) खड़गपुर-हटिया एक्सप्रेस ट्रेन आद्रा स्टेशन तक ही चली.
ट्रेन आद्रा से हटिया के बीच रद्द रही. ट्रेन (18602-18601) हटिया-टाटानगर-हटिया एक्सप्रेस ट्रेन बराभूम स्टेशन तक ही आयी और वहीं से रवाना हुई. यह ट्रेन बराभूम-टाटानगर-बराभूम के बीच रद्द रही. ट्रेन (18010) अजमेर-संतरागाछी एक्सप्रेस ट्रेन निर्धारित मार्ग पुरी, टाटानगर, खड़गपुर के स्थान पर परिवर्तित मार्ग मुरी, बोकारो, भोजुडीह, आद्रा, खड़गपुर होकर गयी. ट्रेन (22823) भुवनेश्वर-नयी दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस अपने निर्धारित मार्ग चांडिल, मुरी, बोकारो के स्थान पर परिवर्तित मार्ग हिजली, आद्रा, गोमो होकर गयी.
एसइआर ने 18 ट्रेनों को निरस्त कर दिया है और 13 ट्रेनों के मार्ग बदल दिये. आंदोलनकारियों ने पुरुलिया में राष्ट्रीय राजमार्ग को भी जाम किया़ ओड़िशा में समुदाय के सैकड़ों पुरुषों, महिलाओं और बच्चों ने मयूरभंज जिले में रेल रोको आंदोलन किया.