आइबी अफसर बन कर की करोड़ों की ठगी, गिरफ्तार
लालपुर पुलिस ने नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ों की ठगी के आरोप में शुक्रवार को शेखर कुमार नामक युवक को गिरफ्तार किया है. वह मूल रूप से कोडरमा मधुकर नगर झुमरी तिलैया का रहनेवाला है.
रांची : लालपुर पुलिस ने नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ों की ठगी के आरोप में शुक्रवार को शेखर कुमार नामक युवक को गिरफ्तार किया है. वह मूल रूप से कोडरमा मधुकर नगर झुमरी तिलैया का रहनेवाला है. वर्तमान में करमटोली चौक स्थित वसुंधरा अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 902 में जीजा और बहन के साथ रहता था. पूर्व में वह दीपाटोली में रहता था. तलाशी के दौरान पुलिस ने उसके कमरे से ठगी के शिकार लोगों के अंक पत्र, एडमिट कार्ड, स्टांप पेपर सहित अन्य सामान बरामद किया है. पूछताछ में उसने 50 लोगों से नौकरी दिलाने के नाम पर दो से तीन लाख रुपये ठगने की बात स्वीकार की है.
बताया कि वह कई वर्षों से ठगी कर रहा है. इसके लिए राज्य के विभिन्न जिलों में नेटवर्क तैयार कर रखा है. जिसके जरिये लोग उसके पास नौकरी के लिए आते थे. वह लोगों को विश्वास में लेने के लिए उनसे लिये गये पैसे के बदले यह कहते हुए चेक देता था कि अगर आपका काम नहीं हुआ तो आप एकाउंट से पैसे निकाल लीजिएगा. लेकिन वह अपने एकाउंट में पैसे नहीं रखता था. कुछ लोगों को जाली चेक दे देता था. इस वजह से चेक क्लियर नहीं होता था.
पुलिस को सौ लोगों से ठगी करने की आशंका
पुलिस को आशंका है कि आरोपी करीब 100 लोगों से ठगी कर चुका है. जिन लोगों के अंकपत्र और अन्य पहचान पत्र मिले हैं उनसे भी पुलिस आरोपी के बारे में जानकारी एकत्र करने का प्रयास कर रही है. आरोपी झारखंड और भारत सरकार में कोई भी नौकरी लगाने का वादा करता था. उसने शिक्षक बहाली के नाम पर भी कई लोगों से रुपये लिये थे. आरोपी खुद को कभी आइबी, तो कभी एनआइए का अधिकारी बताकर लोगों को पहले अपने प्रभाव में लेता था. लोगों को बताता था कि वर्तमान में एनआइए में टेरर फंडिंग का मामला देख रहा है. उसके जिम्मे रांची, गुमला, खूंटी और कोलकाता का काम है. शेखर कुमार ठगी करने के पहले विश्वास जमाने के लिए लोगों को भारत सरकार के नाम पर अपना पहचान पत्र भी दिखाता था. जिसमें उसका पद सहायक सचिव विशेष आसूचना ब्यूरो लिखा रहता था. इसके साथ ही शेखर ठगी के शिकार कुछ लोगों को दबाव बनाने पर कुछ रुपये लौटा भी देता था.