झारखंड : जमीन कारोबारी पर फायरिंग मामले में चितरंजन की पत्नी-बेटे समेत 12 गिरफ्तार

एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि चितरंजन मात्र तीन लीटर शराब के साथ पटना में पकड़ाया था और इस घटना को अंजाम देने के लिए बेऊर जेल में बंद रहा.

By Prabhat Khabar News Desk | September 21, 2023 12:47 PM

वरीय संवाददाता, रांची

कांके पुलिस ने जमीन कारोबारी अवधेश कुमार पर हुई फायरिंग के मामले में साजिशकर्ता महिला सहित 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों में मुख्य आरोपी चितरंजन कुमार की पत्नी अभिलाषा देवी, बेटा हर्ष कुमार, नामजद आरोपी पंकज कुमार गुप्ता, अंकित कुमार, नवाज अख्तर, मिन्हाज अली, सरफराज आलम, तौहिद अंसारी, जगदेव प्रसाद, अमन कुमार, सोनू कुमार सिंह और बसंत अब्राहम लुगून शामिल हैं. आरोपियों ने पुलिस को बताया कि कांके रोड स्थित जगतपुरम की 2.67 एकड़ करोड़ों की जमीन को लेकर हुए विवाद के कारण अवधेश कुमार को 14 सितंबर को कांके ब्लॉक के गेट पर गोली मारी गयी थी. यह जानकारी एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बुधवार को दी. एसएसपी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के पास से दो फॉर्च्यूनर, एक टाटा स्टोर्म, लूटी हुई बाइक, दो देसी पिस्टल, दो कट्टा, 12 गोलियां और 16 मोबाइल फोन बरामद किये गये हैं.

शराब के साथ पटना में पकड़ा गया था चितरंजन

एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि चितरंजन मात्र तीन लीटर शराब के साथ पटना में पकड़ाया था और इस घटना को अंजाम देने के लिए बेऊर जेल में बंद रहा. एसएसपी ने बताया कि घटना के एक दिन पहले 13 सितंबर को बेऊर जेल में बंद चितरंजन कुमार से उसके सहयोगी पंकज कुमार गुप्ता ने अवधेश के ऑफिस में जाकर फोन पर बात करायी थी. वहीं, नवाज अख्तर, मिन्हाज अली, सरफराज आलम और तौहीद अंसारी ने रेकी करते हुए शूटरों को टाटा स्टोर्म से कांके ब्लॉक के गेट तक पहुंचाया था और अवधेश की पहचान करायी थी. चितरंजन की पत्नी अभिलाषा देवी, पुत्र हर्ष, चालक जगदेव प्रसाद, अमन कुमार, सोनू कुमार सिंह और अंकित कुमार ने हिनू शुक्ला कॉलोनी स्थित घर तथा अशोकनगर स्थित होटल जगत पैलेस के सीसीटीवी का डीवीआर नष्ट किया था. वहीं, बसंत अब्राहम लुगून ने अपने नाम पर तीन सिम लेकर साजिशकर्ताओं को दिया था. उसी तीनों सिम से बात कर उक्त घटना को अंजाम दिया गया था.

सितंबर में दो बार पहले भी मारने का किया था प्रयास

कांके के अरसंडे स्थित अवधेश कुमार के घर के पास दो बार पहले भी उस पर हमले का प्रयास किया गया था. लेकिन शूटरों को सफलता नहीं मिली थी. 14 सितंबर को योजना पर अमल किया गया. घटना के बाद अवधेश के भाई शैलेश कुमार मार उर्फ पप्पू के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गयी. दर्ज प्राथमिकी में चितरंजन कुमार, कृष्णा नायक, पंकज, अंकित और दो अज्ञात के खिलाफ आरोप लगाया गया था. साथ ही बाइक लूटने के मामले में दो अज्ञात पर मामला दर्ज किया गया था.

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