एयरपोर्ट विस्तारीकरण में जमीन बन रही बाधा, 127 घर चिह्नित

बिरसा मुंडा एयरपोर्ट विस्तारीकरण के लिए जमीन अधिग्रहण सबसे बड़ी बाधा बनी हुई है. उक्त जमीन पर शिव मंदिर सहित 127 लोगों के घरों को विस्तारीकरण में हटाया जाना है.

By Prabhat Khabar News Desk | June 18, 2024 12:12 AM

रांची. बिरसा मुंडा एयरपोर्ट विस्तारीकरण के लिए जमीन अधिग्रहण सबसे बड़ी बाधा बनी हुई है. उक्त जमीन पर शिव मंदिर सहित 127 लोगों के घरों को विस्तारीकरण में हटाया जाना है. एयरपोर्ट निदेशक आरआर मौर्या ने बताया कि विस्तारीकरण को लेकर राज्य सरकार से एयरपोर्ट प्रबंधन लगातार संपर्क में है. उम्मीद है कि जल्द ही एयरपोर्ट प्रबंधन को जमीन मिल जायेगी. विस्तारीकरण के लिए एयरपोर्ट को 301 एकड़ जमीन मिलनी है, जो 30 वर्षों के लिए लीज पर मिलेगा.

नहीं लग रहा कैट टू लाइटिंग सिस्टम

एयरपोर्ट निदेशक ने कहा कि जमीन नहीं मिलने से रनवे पर कैट टू लाइटिंग सिस्टम नहीं लग पा रहा है, जबकि इसके लिए उपकरण मंगाया गया है. इसके लगने से घने कोहरे में भी विमानों की सुरक्षित लैंडिंग संभव हो सकेगी. ज्ञात हो कि वर्तमान में घने कोहरे के कारण देश के विभिन्न राज्यों से रांची आनेवाले विमान पटना, कोलकाता या रायपुर एयरपोर्ट डायवर्ट किये जाते हैं. यह प्रणाली लैंडिंग सिस्टम का एडवांस वर्जन है. लगभग 18 करोड़ की लागत से यह लाइटिंग प्रणाली लगेगी. रांची एयरपोर्ट का मुख्य रनवे 2.5 किमी लंबा है. नयी विधि के स्थापित होने पर कोहरे और धुंध में 550 मीटर विजिबलिटी पर भी विमान लैंडिंग करने के साथ उड़ान भर सकेंगे. वर्तमान में एयरपोर्ट पर इंस्टूमेंट लैंडिंग सिस्टम लगा हुआ है. जिससे सामान्य बिजिबिलिटी 1300 मीटर होने पर ही एयर ट्रैफिक कंट्रोल टावर की ओर से विमानों को उतरने की अनुमति दी जाती है.

रनवे के पास बनेगा समानांतर टैक्सी ट्रैक

बिरसा मुंडा एयरपोर्ट के रनवे के पास समानांतर टैक्सी ट्रैक का निर्माण किया जायेगा. इस बाबत एयरपोर्ट निदेशक ने बताया कि वर्तमान में विमान पूर्वी और पश्चिम दिशा ( बिरसा चौक ) की ओर से रनवे पर उतरते हैं. ऐसे में विमान को एप्रौन तक पहुंचने में चार से पांच मिनट तक लग जाता है. इस दौरान रनवे खाली नहीं रहता है. रनवे को खाली रखने और समय की बचत को देखते हुए रनवे से सामानांतर टैक्सी ट्रैक बनाया जायेगा, जो पूर्वी और पश्चिमी छोर पर होगा.

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