रांची, शकील अख्तर. रांची में सक्रिय जमीन माफिया कोलकाता के होटलों में बैठ कर सेल डीड में जालसाजी कर अपने गिरोह के सदस्यों को जमीन का फर्जी मालिक बनाया करते हैं. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा जारी जांच के दौरान ऐसी एक तस्वीर मिली है. इस तसवीर में गिरोह का एक सदस्य सेल डीड में अपनी जरूरत के हिसाब से बदलाव कर रहा है. वह अपने पास कई तरह के कलम रखे हुए है. साथ ही एक सिरींज में स्याही मिटाने के लिए केमिकल और ब्रश भी रखे हुए है. गिरोह का सदस्य जिस जमीन के सेल डीड में बदलाव कर रहा है, वह जमीन गाड़ी मौजा के खाता नंबर 53 से संबंधित है. जांच के दौरान गिरोह के सदस्यों ने इसे स्वीकार भी कर लिया है.
अफसर खान है गिरोह का सरगना
जमीन माफिया अपनी पहुंच और पैसों के सहारे कोलकाता स्थित रजिस्ट्री कार्यालय से मूल सेल डीड को निकाल कर होटल में लाते हैं, जिसमें उन्हें बदलाव करना होता है. इसके बाद होटल के कमरे में बैठ कर उसमें छेड़छाड़ कर अपने गिरोह के सदस्यों को जमीन का फर्जी मालिक बनाते हैं. कोलकाता के दस्तावेज में बदलाव के बाद उसकी सर्टिफाइड कॉपी लेकर उसके सहारे झारखंड में अफसरों के सहयोग से उस जमीन को बेचते हैं. इडी को जमीन की हेराफेरी के इस मामले में छापामारी के दौरान जमीन कारोबारी अफसर खान के घर से जमीन की खरीद-बिक्री से संबंधित 35 सेल डीड मिले थे. अफसर खान दस्तावेज में छेड़छाड़ के बाद जमीन की खरीद बिक्री करनेवाले गिरोह का सरगना बताया जाता है.
पूछताछ में स्वीकार किया फर्जीवाड़ा
अफसर खान ने पूछताछ के दौरान यह स्वीकार किया कि उसके घर से जब्त सभी सेल डीड जालसाजी कर तैयार किये गये हैं. गिरोह के सदस्यों को फर्जी तरीके से जमीन का मालिक बनाया गया है. जांच के दौरान ही इडी को जमीन कारोबारी और अफसर के गिरोह के सदस्य सद्दाम हुसैन की मोबाइल से एक तसवीर मिली. यह तसवीर कोलकाता के होटल में बैठ कर मूल सेल डीड में छेड़छाड़ कर गिरोह के सदस्य को फर्जी तरीके से जमीन का कागजी मालिक बनाने से संबंधित है.