जमीन घोटाला: निलंबित आईएएस छवि रंजन की ईडी कोर्ट में पेशी आज, रिमांड अवधि बढ़ाने की होगी मांग
सेना के कब्जेवाली जमीन को प्रदीप बागची से पहले जमीन के मालिक जयंत कर्नाड ने 13 लोगों को बेची थी. हालांकि जमीन पर इन लोगों का कब्जा नहीं होने की वजह से म्यूटेशन आवेदन को खारिज कर दिया गया. इसके बाद प्रदीप बागची ने जालसाजी कर जमीन को जगत बंधु टी स्टेट के निदेशक दिलीप घोष से बेच दी थी.
रांची: सेना के कब्जेवाली जमीन की खरीद-बिक्री में मामले में ईडी की पूछताछ जारी है. रिमांड अवधि समाप्त होने की वजह से छवि रंजन को 12 मई को कोर्ट में पेश किया जायेगा. ईडी ने सेना के कब्जेवाली जमीन की खरीद-बिक्री के मामले में गुरुवार को तीन लोगों से पूछताछ की. इन्हें नोटिस जारी कर 11 मई को हाजिर होने का निर्देश दिया गया था. इस निर्देश के आलोक में प्रोदम, प्रेरणा और हरिशंकर हाजिर हुए. ईडी ने इन लोगों से सेना की जमीन की खरीद-बिक्री के सिलसिले में पूछताछ की.
सेना के कब्जेवाली जमीन को प्रदीप बागची से पहले जमीन के मालिक जयंत कर्नाड ने 13 लोगों को बेची थी. हालांकि जमीन पर इन लोगों का कब्जा नहीं होने की वजह से म्यूटेशन आवेदन को खारिज कर दिया गया. इसके बाद प्रदीप बागची ने जालसाजी कर तैयार किये गये दस्तावेज के आधार पर इस जमीन को जगत बंधु टी स्टेट के निदेशक दिलीप घोष से बेच दी. दस्तावेज में जालसाजी कर जमीन की खरीद बिक्री के सिलसिले में गिरफ्तार किये गये रांची के पूर्व उपायुक्त छवि रंजन से पूछताछ पांचवें दिन भी जारी रहा.
ईडी सूत्रों के अनुसार दस्तावेज में जालसाजी कर जमीन की खरीद बिक्री के सिलसिले में प्रशासनिक अधिकारियों की भूमिका के सिलसिले में अभी उनसे और पूछताछ की जरूरत है. इसलिए रिमांड के अंतिम दिन कोर्ट में पेश करने का साथ ही रिमांड अवधि बढ़ाने का अनुरोध ईडी की ओर से किया जायेगा.