झारखंड के इस इलाके में हुआ भू-धंसान, मची अफरा-तफरी, हादसे की ये है बड़ी वजह
दोपहर करीब ढाई बजे केडीएच खदान में ब्लास्टिंग के बाद यह घटना घटी, जिसके बाद अफरा-तफरी मच गयी. धंसान से दीवार पर लगे टीवी फर्श पर गिर गये, जबकि एक मोबाइल दरार में जाकर जमींदोज हो गया
जेहलीटांड़ स्थित सीसीएल एनके एरिया के केडीएच कोयला खदान से 50 मीटर की दूरी पर भू-धंसान होने से एक मकान की दीवार समेत फर्श और आसपास की जमीन में दरारें आ गयीं. भू-धंसान के बाद अब दरारें लगातार चौड़ी होती जा रही है. घटना शुक्रवार दोपहर तीन बजे की है. जिस वक्त घटना घटी, उस वक्त मकान में साइमुन खातून, सज्जाद अंसारी, मुस्तरी बेगम व उनके बच्चे मौजूद थे. इस घटना में सज्जाद के पैर में चोट आयी है, जबकि एक बच्चा डर से बेहोश हो गया.
बताया जाता है कि दोपहर करीब ढाई बजे केडीएच खदान में ब्लास्टिंग के बाद यह घटना घटी, जिसके बाद अफरा-तफरी मच गयी. धंसान से दीवार पर लगे टीवी फर्श पर गिर गये, जबकि एक मोबाइल दरार में जाकर जमींदोज हो गया. घटना की सूचना मिलते ही बस्ती के लोग वहां जुटे और खदान में काम बंद कराया. लोगों में सीसीएल प्रबंधन के प्रति नाराजगी थी.
इधर, घटना के बाद सीआइएसएफ के अधिकारी व जवान वहां पहुंचे. उनके पहुंचने पर बस्ती के लोग केडीएच परियोजना पदाधिकारी व एनके एरिया महाप्रबंधक को बुलाने की मांग कर रहे थे. सूचना मिलने पर केडीएच पीओ अनिल कुमार सिंह भी पहुंचे और क्षतिग्रस्त घर का मुआयना किया.
केडीएच में भू-धंसान का कारण ब्लास्टिंग नहीं है. जिस मकानों में दरारें आयी हैं, उसका मुआवजा दिया जा चुका है. बार-बार मकान खाली करने की अपील की जा रही है. कागजी कार्रवाई कर जो मुआवजा बनता है, उसे प्राप्त करने को कहा गया है.
संजय कुमार, महाप्रबंधक, एनके