हरमू मुक्ति धाम में हुआ अंतिम संस्कार, बड़े भाई ने दी मुखाग्नि
हरमू मुक्ति धाम में हुआ अंतिम संस्कार, बड़े भाई ने दी मुखाग्नि
रांची : राजस्थान कलेवालय के संचालक सुरेश चंद्र शर्मा की छोटे पुत्र कौशल शर्मा (36) ने फांसी क्यों लगायी, इसका कारण अब तक घरवालों की समझ में नहीं आ रहा है. लालपुर पुलिस मामले की जांच कर रही है. इधर, हरमू मुक्ति धाम में कौशल शर्मा का अंतिम संस्कार हुआ. बड़े भाई विकास शर्मा ने मुखाग्नि दी. इस दौरान चचेरे भाई निरंजन शर्मा, सुभाष शर्मा, श्री राम शर्मा, विष्णु शर्मा, विजय शर्मा सहित परिवार के कुछ सदस्य तथा चेंबर अध्यक्ष कुणाल आजमानी अंतिम संस्कार में शामिल हुए़ कोरोना को देखते हुए परिवार के कई बुजुर्ग सदस्यों को अंतिम संस्कार में शामिल होने से रोक दिया गया था़
निरंजन शर्मा ने बताया कि उनके घर पर चेंबर के प्रदीप जैन सहित कई व्यवसायी जैसे मदन चुरूवाला, संजय कश्यप, कौशल शर्मा व विकास शर्मा के दोस्त सहित सैंकड़ो लोग अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे थे. संत जेवियर्स कॉलेज से बीकॉम किया थापरिवारवालों ने बताया कि कौशल शर्मा की स्कूलिंग डोरंडा के संंत जेवियर्स स्कूल से हुई थी. वहां से निकलने के बाद उसने पुरुलिया रोड स्थित संत जेवियर्स कॉलेज से बीकॉम आनर्स की पढ़ाई पूरी की. इसके बाद वह अपने व्यवसाय में लग गया.
बताया जाता है कि उसकी बहन वंदना बिशप वेस्टकॉट स्कूल 10वीं की टॉपर थी. कांके रोड वाले मिठाई की दुकान में बेकरी व केक का प्लांट बैठाया थाकौशल कचहरी के समीप व कांके रोड वाली दुकान में बैठता था. कांके रोड के राजस्थान कनफेक्शनर में केक व बेकरी का छोटा सा प्लांट भी लगाया था. लोगों से उसका व्यवहार काफी अच्छा था. वह हमेशा अपने व्यवसाय को बढ़ाने में लगा रहता था. कांके रोड वाला होटल भी अच्छा चल रहा था.
बीमार मां की काफी सेवा की थीकौशल शर्मा के बड़े भाई विकास शर्मा हैं. कौशल की मां प्रेमलता देवी का कुछ दिन पहले ब्रेन हैम्ब्रेज हुआ था. उस दौरान कौशल ने मां की काफी सेवा की थी. मां का स्वास्थ्य अभी अच्छा है. बताया जाता है कि उसकी बहन वंदना की गंभीर बीमारी के कारण कुछ साल पहले निधन हो गया था. कौशल की शादी को लेकर कई जगह बात चली थी. कौशल को कोई लड़की पसंद नहीं आने के कारण घर वाले उसकी शादी नहीं कर पा रहे थे़
Post by : Pritish Sahay