jharkhand Naxal News : सबसे ज्यादा मूवमेंट वाले इलाकों में ही नक्सली लगा रहे हैं आइइडी, रिपोर्ट में हुआ खुलासा
आंकड़ों के अनुसार खुद को ग्रामीणों का हितैषी बताने वाले नक्सली जंगल के उन्हीं इलाकों में आइइडी लगा रहे हैं, जहां अक्सर ग्रामीणों की आवाजाही होती है. इससे निर्दोष ग्रामीण मारे जा रहे हैं. ऐसी ही घटना में 2019 में तीन ग्रामीणों की मौत हुई थी, जबकि 10 लोग घायल हुए थे. 2020 में ऐसी कोई घटना नहीं हुई थी. लेकिन 2021 में अब तक दो ग्रामीणों की मौत और चार लोग घायल हो चुके हैं.
Latest Naxal News In Jharkhand गुमला : गुमला के कुरूमगढ़ थाना क्षेत्र स्थित एक जंगल में बुधवार को नक्सलियों द्वारा लगाये गये आइइडी विस्फोट में एक ग्रामीण की मौत हो गयी, जबकि दो लोग घायल हो गये. मंगलवार को भी इसी इलाके में आइइडी की चपेट में आने से कोबरा बटालियन का एक जवान घायल हो गया था, जबकि एक स्वान शहीद हो गया था. इन घटनाओं के बाद बुधवार को मुख्यालय ने वर्ष 2019 से लेकर 2021 तक नक्सलियों द्वारा लगाये गये आइइडी की चपेट में आने से घायल और मृत ग्रामीणों का आंकड़ा तैयार किया है.
आंकड़ों के अनुसार खुद को ग्रामीणों का हितैषी बताने वाले नक्सली जंगल के उन्हीं इलाकों में आइइडी लगा रहे हैं, जहां अक्सर ग्रामीणों की आवाजाही होती है. इससे निर्दोष ग्रामीण मारे जा रहे हैं. ऐसी ही घटना में 2019 में तीन ग्रामीणों की मौत हुई थी, जबकि 10 लोग घायल हुए थे. 2020 में ऐसी कोई घटना नहीं हुई थी. लेकिन 2021 में अब तक दो ग्रामीणों की मौत और चार लोग घायल हो चुके हैं.
वर्ष 2020 में आइइडी विस्फोट की पहली घटना चतरा के वशिष्ठनगर थाना क्षेत्र में 14 जनवरी को हुई थी. इसमें सोहर भुइयां घायल हो गया था. जबकि दूसरी घटना राजपुर थाना क्षेत्र के कोटाप डुमरिया जंगल में 21 जनवरी को हुई थी. इसमें गोवर्धन सिंह घायल हो गया था. इसी तरह लातेहार के गारू थाना क्षेत्र के बंदरलेटा जंगल में 16 जनवरी को आइइडी की चपेट में आने से सांझो देवी नामक एक महिला की मौत हो गयी थी.
जबकि फुलमनी देवी नामक एक महिला घायल हो गयी थी. गुमला के कुरूमगढ़ थाना क्षेत्र में आठ मार्च को आइइडी विस्फोट की घटना घटी थी. इसमें महेंद्र महतो घायल हो गया था. जबकि लोहरदगा के पेशरार थाना क्षेत्र के ग्राम बुलबुल के निकट जंगल में 21 जून को आइइडी की चपेट में आने से हीरालाल टाना भगत की मौत हो गयी थी.
Posted By : Sameer Oraon