रांची. बर्मिंघम सिटी यूनिवर्सिटी, यूनाइटेड किंगडम के प्रो शिशांक ने कहा कि लगातार बदलती दुनिया में इंडस्ट्री 5.0 के समय में हमें शोध को एक जरूरी अंग की तरह जोड़ना जरूरी है. इस समन्वय से एक सतत, मानव केंद्रित और फ्लेकसिबुल (लचीलापन) उद्योग स्थापित कर हम प्रकृति के अनुरूप सतत विकास कर पायेंगे.
व्याख्यान का आयोजन
प्रो शिशांक शुक्रवार को केंद्रीय विवि, झारखंड (सीयूजे) में वाणिज्य और वित्तीय अध्ययन विभाग, प्रबंधन विज्ञान संकाय और करियर डेवलपमेंट सेल के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित व्याख्यान में बोल रहे थे.
नयी तकनीक के विकास पर जोर
प्रो शिशांक ने कहा कि भारत जैसे देश में बहुत जरूरी है कि वे देश में ही नयी तकनीक विकसित करें और यह हर इंसान को जोड़ने वाली होनी चाहिए. इससे पूर्व प्रबंधन विभाग संकाय के अध्यक्ष डॉ बटेश्वर सिंह ने आगंतुकों का स्वागत किया. संचालन मेघा रानी पटेल और धन्यवाद ज्ञापन एकता सिंह ने किया. इस अवसर पर डॉ केबी सिंह, प्रो देवव्रत सिंह, प्रो देवदास लाटा, डॉ भास्कर सिंह, डॉ सुदर्शन यादव, डॉ नितेश भाटिया, डॉ प्रणय पराशर, डॉ अजय प्रताप यादव, अजय कुमार (मरांग गोमके स्कॉलर, झारखंड सरकार) आदि उपस्थित थे.
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