संवाददाता, रांची. स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के फर्जी हस्ताक्षर से जारी पत्र मामले में दस माह बाद डोरंडा थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी. मंत्री के आप्त सचिव ओमप्रकाश सिंह ने हैदराबाद की कंपनी मेडीसिटी हेल्थ केयर सर्विस प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ 27 अप्रैल को प्राथमिकी दर्ज करायी. इसमें कंपनी को आवंटित कार्य के अनुबंध विस्तार देने के लिए बैठक करने की बात कही गयी थी. पत्र पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता का फर्जी हस्ताक्षर होने का आरोप लगाया गया है. प्राथमिकी के अनुसार 14 जुलाई 2023 को जारी पत्र में 22 जुलाई 2023 को दोपहर 03.30 बजे उक्त कंपनी को आवंटित कार्य के अनुबंध विस्तार के विचार विमर्श को लेकर विभागीय पदाधिकारी के साथ कार्यालय कक्ष में बैठक बुलाने की बात कही गयी है. मंत्री के आप्त सचिव ने कहा कि उक्त कार्यालय आदेश फर्जी है. उन्होंने कहा कि 14 जुलाई को इस तरह का कोई पत्र मंत्री की ओर से जारी नहीं किया गया. इस कारण वह कार्यालय आदेश फर्जी है. 14 जुलाई 2023 को इस तरह का पत्र जारी होने का कोई उल्लेख कार्यालय के रिकॉर्ड में नहीं है. फर्जी पत्र और इसके माध्यम से किसी तरह के अर्जित आर्थिक लाभ की जांच का आग्रह प्राथमिकी में किया गया है.
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