रांची : शुगर कुस्माकर चूर्ण की निर्माता कंपनी की पहचान के लिए बंगाल ड्रग कंट्रोलर को भेजा गया पत्र
प्रभात खबर ने 21 मार्च के अंक में ‘शुगर की आयुर्वेदिक दवा में हार्ट, गैस और एंटीबायोटिक के रसायन’ शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी.
मधुमेह(डायबिटीज/शुगर) नियंत्रित करनेवाली आयुर्वेदिक दवा ‘शुगर कुष्माकर चूर्ण’ की निर्माता कंपनी के बारे में पता लगाने के लिए राज्य औषधि निदेशालय ने बंगाल के ड्रग कंट्रोलर को आग्रह पत्र लिखा है. पत्र में कहा गया है कि उक्त दवा ‘सुमन लेबोरेट्री प्रालि, कोलकाता’ में तैयार की जाती है. ऐसे में इस कंपनी के स्थल का पता लगाकर उससे संबंधित दस्तावेज उपलब्ध कराये जायें.
पत्र में बताया गया है कि इस दवा की बिक्री झारखंड में की जा रही है और यहां की अधिकृत जांच लैब में गड़बड़ी की पुष्टि हुई है. लैब की रिपोर्ट में बताया गया है कि इस चूर्ण में हार्ट, गैस और एंटीबायोटिक दवाओं के रसायन मिले हैं. ऐसे में मरीज हित में इसकी जांच जरूरी है. इधर, राज्य औषधि निदेशालय ने सभी औषधि निरीक्षकों को ‘शुगर कुष्माकर चूर्ण’ की पड़ताल करने, इसके सैंपल जब्त करने और सरकार द्वारा अधिसूचित प्रयोगशाला में इसकी जांच कराने के आदेश दिये गये हैं. इसकी जानकारी और जांच की रिपोर्ट निदेशालय को प्रेषित भी करने को कहा गया है.
प्रभात खबर ने 21 मार्च के अंक में प्रकाशित की थी खबर
प्रभात खबर ने 21 मार्च के अंक में ‘शुगर की आयुर्वेदिक दवा में हार्ट, गैस और एंटीबायोटिक के रसायन’ शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी. खबर प्रकाशित होने के बाद राज्य औषधि निदेशालय ने मामले की गंभीरता को समझते हुए जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
अमेजन को भी भेजा जायेगा पत्र
राज्य औषधि निदेशालय अमेजन कंपनी को भी पत्र लिखकर आगाह करेगा. कंपनी को बताया जायेगा कि झारखंड की एक लैब में शुगर कुष्माकर चूर्ण में एलोपैथी दवाओं का रसायन मिलने की पुष्टि हुई है. ऐसे में इस दवा की बिक्री पर अविलंब रोक लगायी जाये.
क्या कहती है ड्र कंट्रोलर
सन टेक की जांच रिपोर्ट में शुगर की इस आयुर्वेदिक दवा में कई बीमारियों में दी जानेवाली एलोपैथी दवाओं के रसायन मिलाने की पुष्टि हुई है. इसकी निर्माता कंपनी कोलकाता में है, इसलिए बंगाल के ड्रग कंट्रोलर को पत्र भेजा गया है.
रितु सहाय, ड्रग कंट्रोलर झारखंड
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