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अब पेंशनर खुद ही अपने मोबाइल से बना सकेंगे लाइफ सर्टिफिकेट, इन दस्तावेजों की होगी जरूरत

भारत सरकार द्वारा राष्ट्रव्यापी जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. स्टेट बैंक में इस सुविधा का लाभ उठाने हेतु बड़ी संख्या में पेंशनर मौजूद रहे. कार्यक्रम में केंद्र के सचिव राजेंद्र कुमार दत्ता, विशाल कुमार, पेंशनर एसोसिएशन से गणेश प्रसाद आदि मौजूद रहे.

By Sameer Oraon | November 28, 2022 1:07 PM

Jharkhand News, Ranchi News : भारतीय स्टेट बैंक की मुख्य शाखा में रविवार को सेंट्रल और स्टेट पेंशनर्स को फेस रिकग्नीशन की सुविधा की विधिवत शुरूआत की गयी. चेहरे के सत्यापन द्वारा डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र जारी करने के लिए केंद्र सरकार ने नयी पहल की है. इसके लिए एंड्राएड मोबाइल के जरिये गूगल प्ले स्टोर से -आधारफेसआडी ऐप- एप्लीकेशन डाउनलोड फेस रिकग्निशन सर्विस का विकल्प दिया गया है. इसका इस्तेमाल कर पेंशनर्स खुद से लाइफ सर्टिफिकेट की प्रक्रिया को पूरा कर सकते हैं. यह प्रक्रिया बेहद आसान है.

इसके लिए भारत सरकार द्वारा राष्ट्रव्यापी जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. स्टेट बैंक में इस सुविधा का लाभ उठाने हेतु बड़ी संख्या में पेंशनर मौजूद रहे. कार्यक्रम में केंद्र के सचिव राजेंद्र कुमार दत्ता, विशाल कुमार, पेंशनर एसोसिएशन से गणेश प्रसाद, स्टेट बैंक के डीजीएम प्रवीण कुमार सिंह के नेतृत्व में प्रियंका प्रियदर्शी, गायत्री शर्मा ने मार्गदर्शन किया. मौके पर 363 पेंशनर मौजूद थे.

इन दस्तावेजों की होती है जरूरत :

पेंशनर्स अब डिजिटल व फेस रिकग्नीशन के जरिये घर में ही एक क्लिक करने पर जीवन प्रमाणपत्र जमा कर सकेंगे. यदि पेंशनर्स स्मार्टफोन से पहली बार फेस रिकग्नीशन के जरिए जीवन प्रमाण पत्र जमा कर रहे हैं तो उन्हें आधार संख्या, ओटीपी के लिए मोबाइल नंबर, पीपीओ नंबर व बैंक-डाकघर में खाता संख्या का विवरण अपने पास रखना होगा.

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