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Jharkhand Weather : रांची और आसपास के इलाकों में आज और कल हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश का पूर्वानुमान

राज्य में मौसम लगातार करवट बद रहा है. यही वजह है कि लगातार बारिश को रही. राज्य के तमाम डैम भर चुके हैं. इनके गेट खोले जा रहे हैं. अभी बारिश का पूर्वानुमान लगाया गया है. मौसम केंद्र के अनुसार, चार और पांच सितंबर को भी राजधानी सहित कई इलाकों में हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होगी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 4, 2022 10:02 AM

Jharkhand Weather Update: राज्य में मौसम लगातार करवट बद रहा है. यही वजह है कि लगातार बारिश को रही. राज्य के तमाम डैम भर चुके हैं. इनके गेट खोले जा रहे हैं. अभी बारिश का पूर्वानुमान लगाया गया है. मौसम केंद्र के अनुसार, चार और पांच सितंबर को भी राजधानी सहित कई इलाकों में हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होगी. कहीं-कहीं भारी बारिश भी हो सकती है.

राजधानी और सटे इलाके में हो रही बारिश

राजधानी व आसपास के इलाकों में पिछले कई दिनों से झमाझम बारिश हो रही है. बारिश से शहर में जगह-जगह नालियों का पानी सड़कों पर बहने लगा. कई फ्लैट के बेसमेट में भी पानी घुस गया. इस कारण कई जगह लिफ्ट को बंद करना पड़ा. वहीं, तालाबों में भी पानी भर गया है. शुक्रवार की देर रात से शनिवार तक कई इलाकों में अच्छी बारिश हुई. बारिश के कारण तापमान भी गिर गया है. न्यूनतम तापमान 23 डिग्री सेसि के आसपास रहा. शनिवार को करीब दो मिमी बारिश रिकॉर्ड की गयी.

पत्थरगामा में सबसे अधिक बारिश

राज्य में अब तक 612 मिमी बारिश हुई है, जबकि इस दौरान 823 मिमी बारिश होनी चाहिए थी. यह सामान्य से करीब 25 फीसदी कम है. वहीं, राजधानी में एक जून से अब तक 1005 मिमी बारिश हुई है. पिछले 24 घंटे में सबसे अधिक 75 मिमी बारिश गोड्डा के पत्थरगामा में हुई. वहीं, गोड्डा में 60, तेनुघाट में 67, लातेहार में 47 व मनातू में 46 मिमी बारिश हुई.

सूखा को लेकर 12 सितंबर को फिर होगी बैठक

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सूखे की स्थिति का आकलन करने के लिए 12 सितबंर को फिर बैठक करेंगे. इससे पहले वैसे जिले जहां सूखे की स्थिति है, उसका भौतिक सत्यापन रिपोर्ट तैयार की जायेगी. इसके लिए अधिकारियों को निर्देश दिया गया है. इसी दिन किसानों को होने वाले वित्तीय नुकसान का आकलन रिपोर्ट भी पेश किया जायेगा. किसानों को वित्तीय सहयोग करने के मुद्दे पर निर्णय हो सकता है.

सीएम ने दिया अधिकारियों को निर्देश

सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि जिले के हर सूखाग्रस्त प्रखंडों के कम से कम 10-10 फीसदी गांवों का भ्रमण करें. हरेक गांव में कम से कम पांच से अधिक लोकेशन का जियोटैगिंग करें. इसका फोटो भी रिपोर्ट के साथ जमा करने का निर्देश दिया गया है. अभी पलामू और गढ़वा जिले के भौतिक सत्यापन की रिपोर्ट तैयार की गयी है.

यहां है सबसे खराब स्थिति

गढ़वा : रमना, विशनुपुरा, भवनाथपुर, चिनिया, माझीआंव, सगमा, गढ़वा, डंडा, रंका, ढुरकी, बारघर, नागारौती, रमकंडा, बारडीहा, केतार, खरौंदी व भंडरिया.

पलामू : मेदिनीनगर, तरहसी, विश्रामपुर, नावा बाजार, पांडू, परवा, हरिहरगंज, छतरपुर, नौडीहा बाजार, रामगढ़, चैनपुर, उतरी रोड, पाटन, सतबरवा, हैदरनगर, हुसैनाबाद, मोहम्मदगंज, पिपरा, लेस्लीगंज, पांकी.

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