शराब घोटाला मामले में झारखंड के 7 जिलों समेत 33 ठिकानों पर छापा, भारी मात्रा में कैश व जेवरात बरामद
बड़े वाहन कारोबारी विनय सिंह के ठिकानों पर भी इडी ने दबिश दी. इस बीच खबर है कि वित्त मंत्री की फाइलोंवाली अलमारी व ब्रीफकेस से करीब 30 लाख रुपये नकद मिले हैं
प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने झारखंड में हुए शराब घोटाला मामले में बुधवार को झारखंड के सात जिलों व पश्चिम बंगाल के दो जिलों समेत कुल 33 ठिकानों पर छापा मारा. छापामारी के दायरे में राज्य के वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव के पुत्र रोहित उरांव, शराब कारोबारी योगेंद्र तिवारी व उससे जुड़े लोगों के अलावा शेल कंपनी चलानेवाले, बिल्डर, जमीन कारोबारी और टिंबर व्यवसाय से जुड़े लोग शामिल हैं. गिरिडीह में भाजपा के पूर्व विधायक निर्भय शाहाबादी और उनके पुत्र के ठिकानों पर भी इडी ने छापा मारा.
बड़े वाहन कारोबारी विनय सिंह के ठिकानों पर भी इडी ने दबिश दी. इस बीच खबर है कि वित्त मंत्री की फाइलोंवाली अलमारी व ब्रीफकेस से करीब 30 लाख रुपये नकद मिले हैं. बरामद रुपयों के स्रोत के बारे में पूछताछ के लिए इडी वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव को समन जारी करेगा. वहीं अन्य स्थानों पर हुई छापामारी में इडी की टीम को निवेश से संबंधित दस्तावेज मिले हैं. इडी ने यह कार्रवाई अप्रैल 2021 में शराब घोटाले के संबंध में दर्ज इसीआइआर मामले में की है. इडी ने पुलिस अधिकारियों द्वारा नकली होलोग्राम, लेबल लगा कर शराब का व्यापार करने के आरोप में दर्ज करायी गयी प्राथमिकी के आधार पर इसीआइआर दर्ज की थी.
वाहन कारोबारी विनय सिंह के अनंतपुर स्थित घर से भारी मात्रा में ज़ेवरात मिले हैं. बरामद जेवरात की कीमत 1.14 करोड़ रुपये आंकी गयी है. अब विनय सिंह के आयकर रिटर्न से इसका मिलान किया जा रहा है, ताकि पता लगाया जा सके कि आयकर में इसमें से कितने जेवरात की घोषणा की गयी है. सूत्रों के अनुसार विनय सिंह ने पुरानी उत्पाद नीति बनाने के क्रम में हुए लेन-देन में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी.
इधर बैंक खातों की जांच पड़ताल के दौरान पूर्व भाजपा विधायक निर्भय शाहाबादी सहित 20 लोगों का शराब कारोबारी योगेंद्र तिवारी और उसके सहयोगियों के साथ लेन देन का ब्योरा मिला है. इसीलिए इन्हें भी छापामारी के दायरे में शामिल किया गया है. इडी ने छापामारी के क्रम में ही योगेंद्र तिवारी को समन दे कर 26 अगस्त को पूछताछ के लिए रांची स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में हाजिर होने का निर्देश दिया है.
दो साल शराब कारोबारियों पर नजर रखने के बाद इडी की कार्रवाई :
इडी ने 2021 में दर्ज प्राथमिकी के आलोक में नयी और पुरानी नीति के तहत राज्य में हुए शराब कारोबार और उसमें शामिल लोगों पर नजर रखने के बाद बुधवार को छापामारी शुरू की. वित्तीय वर्ष 2021-22 में योगेंद्र तिवारी ने शराब के थोक व्यापार का ठेका हासिल किया था. राज्य के 24 जिलों में से 19 जिलों में उनसे संबंधित लोग ही अलग-अलग प्रतिष्ठान के नाम पर शराब के थोक व्यापार में शामिल थे.
इडी ने जांच में पाया कि इन सभी लोगों के लिए जामताड़ा के एक ही बैंक की शाखा से करीब 30 करोड़ रुपये के डिमांड ड्राफ्ट बनवाये गये थे. इडी को प्रारंभिक जांच में रोहित उरांव द्वारा भी योगेंद्र तिवारी के माध्यम से शराब के व्यापार में निवेश करने से संबंधित सबूत मिले हैं. इसी आधार पर इडी ने राेहित उरांव के यहां भी छापामारी की. सरकार ने वर्ष 2021-22 में उत्पाद नीति को राजस्व पर्षद की राय लिये बिना ही लागू कर दिया था. इस सिलसिले में हाइकोर्ट में एक याचिका दायर की गयी थी.
हालांकि उत्पाद नीति की अवधि समाप्त हो जाने के बाद भी इसका फैसला नहीं हुआ. सरकार ने वित्तीय वर्ष 2022-23 में राजस्व पर्षद से उत्पाद नीति पर राय मांगी. राजस्व पर्षद सदस्य अमरेंद्र प्रताप सिंह ने नयी उत्पाद नीति के कई प्रावधानों पर आपत्ति जतायी थी. इसमें टेंडर, टैक्स सहित कई महत्वपूर्ण बिंदु शामिल थे. पर्षद की आपत्ति के बाद सरकार ने उत्पाद नीति के कुछ नियमों में आंशिक संशोधन करने के बाद उसे लागू कर दिया. सरकार ने नयी उत्पाद नीति में छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग काॅरपोरेशन लिमिटेड को सलाहकार बनाया. साथ ही प्रिज्म होलोग्राफी सिक्यूरिटी फिल्मस प्राइवेट लिमिटेड को होलोग्राम छापने का काम दिया. बाद में इस एकरारनामे को रद्द कर दिया गया.
वित्त मंत्री के आलमीरा से मिले करीब 30 लाख नकद, वाहन कारोबारी िवनय सिंह के यहां 1.14 करोड़ के जेवरात मिले
झारखंड के आठ और पश्चिम बंगाल के दो जिले में राजनेता, शराब कारोबारी, बिल्डर, टिंबर व्यवसाय से जुड़े लोगों के ठिकाने पर छापा
अप्रैल 2021 में शराब घोटाला मामले में दर्ज इसीआइआर मामले में इडी ने की कार्रवाई
वित्तीय वर्ष 2021-22 में योगेंद्र तिवारी ने शराब के थोक व्यापार का ठेका हासिल किया था.
राज्य के 19 जिलों में योगेंद्र से संबंधित लोग ही शराब के थोक व्यापार में शामिल थे
जामताड़ा के एक ही बैंक की शाखा से 30 करोड़ रुपये के डिमांड ड्राफ्ट बनवाये गये थे
बालू के अवैध कारोबार की भी जांच कर सकता है इडी
रांची. इडी ने 2022 में भी एक इसीआइआर दर्ज की थी. इसे चार प्राथमिकी के आधार पर दर्ज किया गया था. इसमें से दो प्राथमिकी ज़मीन में गड़बड़ी, एक अवैध बालू खनन व परिवहन और एक प्राथमिकी शराब के अवैध व्यापार से संबंधित है. इडी इस इसीआइआर के आधार पर राज्य में चल रहे बालू के अवैध कारोबार की भी जांच कर सकती है
जिनके ठिकानों पर पड़े छापे
1. आरती राय चौधरी, पति-स्व शरत चंद्र राय, राय बंगला, देवघर
2. अजय केसरी, राम मंदिर रोड, देवघर
3. विवेक मिश्रा, पिता- नित्यानंद मिश्रा, राय बंगला आश्रम किसान रोड,देवघर
4. अभिषेक झा, पिता स्व गोरे लाल झा, बीएन झा पथ, देवघर
5. संजय, पिता-चंद्र नारायण बाजपेयी, मकान नंबर-21, वार्ड नंबर-7, बरमसिया देवघर
6. योगेंद्र तिवारी, पिता-रामेश्वर तिवारी,होटल सिद्धार्थ के पास, देवघर
7. योगेंद्र तिवारी, पिता-रामेश्वर तिवारी,बमपास टाउन, राजेंद्र पांडेय अस्पताल के पास,देवघर
8. वैभव शाहाबादी, पिता-निर्भय शाहाबादी
9. निर्भय शाहाबादी, पिता विश्वनाथ शाहाबादी, शाहाबादी हाउस गिरिडीह
10. अमरनाथ टेकरीवाल, पिता-सीताराम टेकरीवाल, मकान नं-169.गोड्डा टाउन,गोड्डा
11. बरनाली राय, पति-अरुण कुमार राय, राजपुर सोनारपुर, साउथ 24 परगना, पश्चिम बंगाल
12. मनीष डालमिया व विजय डालमिया, निदेशक- मनीष कंपनी प्राइवेट लिमिटेड-, डालमिया हाउस,न्यू अलीपुर, कोलकाता
13. हरि कृष्णा चौधरी,पिता-हनुमान चौधरी,निदेशक मेसर्स विक्रम फाइनांस सर्विस,6बी-श्रीराम गार्डन, अलीपुर, कोलकाता
14. अनिल चौधरी, पिता-हरिकृष्ण चौधरी, निदेशक मेसर्स विक्रम फाइनांस सर्विस,6बी-श्रीराम गार्डन, अलीपुर, कोलकाता
15. मेसर्स मैहर डेवलपर्स, वसुंधरा गार्डन, फ्लैट नंबर 902, बरियातू,मोरहाबादी, रांची
16. रोहित उरांव, पिता-रामेश्वर उरांव, रागिनी विला, सरहुल नगर,बरियातू, रांची
17. विनय कुमार सिंह, पिता- साधुशरण सिंह, बी-1सी,ब्लेयर अपार्टमेंट, अनंतपुर रांची
18. श्रवण जालान, पिता केदारनाथ जालान, जालान रोड, अपर बाजार,रांची
19. उमाशंकर सिंह, पिता-राजेंद्र सिंह, चांदनी चौक, ओबारियो रोड, हटिया,रांची
20. योगेंद्र तिवारी, मेसर्स संताल परगना बिल्डर्स प्राइवेट लिमिटेड, हरमू हाउसिग कॉलोनी,रांची
21. विकास कुमार अग्रवाल, पिता-सोहन लाल अग्रवाल, खजांची तालाब के पास, बडम बाजार, हजारीबाग
22. रीतेश कुमार शर्मा, पिता नाथुमल शर्मा, पार्टनर अलौकिक हाइट्स लिमिटेड, धनबाद
23. अमरेंद्र तिवारी, पिता-रामेश्वर तिवारी, फ्लैट नंबर 402, कोशिकी राधिका रीजेंसी, धनबाद
24. अमरेंद्र तिवारी और योगेंद्र तिवारी, पिता-रामेश्वर तिवारी, एसबीआइ बिल्डिंग,दूसरे तल्ला,स्टेशन रोड मिहिजाम, जामताड़ा
25. अमरेंद्र तिवारी व योगेंद्र तिवारी, पिता-रामेश्वर तिवारी, स्टेशन रोड मिहिजाम, जामताड़ा
26. तनिष्क शो रूप, टाटा चौक, भागलपुर रोड, दुमका
27. प्रंतोष मिश्रा, पिता- भवानी प्रसाद मिश्रा, दंगल पाड़ा, हिजला रोड, दुमका
28. पप्पू शर्मा, कुम्हार पाड़ा, दुमका
29. मेसर्स मैहर डेवलपर्स, कुमारबाद,विजयपुर, दुमका
30. मेसर्स सारण अल्कोहल प्राइवेट लिमिटेड, डिस्टिलरी रोड, दुमका
31. लीकर वेयर हाउस, मौजा लक्खीकुंडी, दुमका
32. तिवारी ऑटोमाेबाइल्स प्राइवेट लिमिटेड, एयर पोर्ट रोड, लक्खीकुंडी दुमका
33. अनिल कुमार सिंह, पिता-शालीग्राम सिंह, कुम्हार पाड़ा,दुमका