झारखंड में शराब बेचने के लिए नहीं मिल रही प्लेसमेंट एजेंसी, JSBCL मार्च से ही जारी कर रहा है टेंडर
नयी प्लेसमेंट एजेंसी चुनने के लिए जेएसबीसीएल मार्च से ही टेंडर जारी कर रहा है. इसके बावजूद या तो एजेंसियां टेंडर में रुचि नहीं ले रहीं या फिर जिन एजेंसियों ने भरा था, वह प्रावधान के अनुरूप नहीं हैं.
वित्तीय वर्ष 2022-23 में राज्य में शराब बेचने के लिए चयनित प्लेसमेंट एजेंसी की कार्य अवधि 30 अप्रैल को समाप्त हो जायेगी. नयी एजेंसी को एक मई से शराब बेचना है, लेकिन झारखंड राज्य बिवरेजेज कॉरपोरेशन लिमिटेड (जेएसबीसीएल) को अब भी नयी प्लेसमेंट एजेंसी की तलाश है. इधर, राज्य में खुदरा शराब बेचने के लिए 24 जिलों को 10 जोन में बांटा गया है.
पर इनमें से अब तक दो जोन के लिए ही प्लेसमेंट एजेंसी का चयन हो पाया है. नयी प्लेसमेंट एजेंसी चुनने के लिए जेएसबीसीएल मार्च से ही टेंडर जारी कर रहा है. इसके बावजूद या तो एजेंसियां टेंडर में रुचि नहीं ले रहीं या फिर जिन एजेंसियों ने भरा था, वह प्रावधान के अनुरूप नहीं हैं.
जेएसबीसएल ने विभाग को कराया अवगत :
जेएसबीसीएल ने प्लेसमेंट एजेंसी के चयन को लेकर अब तक हुई प्रक्रिया से उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग को अवगत करा दिया है. अब इस मामले में विभाग के स्तर से अंतिम निर्णय लिया जायेगा. जेएसबीसीएल द्वारा विभाग को दी गयी जानकारी में अब तक हुए टेंडर व एजेंसी के बारे में बताया गया है.
पुरानी व्यवस्था बनाये रखने पर विचार :
राज्य में वर्तमान में चार एजेंसी को खुदरा शराब बेचने की जिम्मेदारी दी गयी है, इनमें सुमित फैसिलिटीज, ए टू-जेड इंफ्रास्ट्रक्चर, इगल हंटर सॉल्यूशन लिमिटेड व प्राइम वन कंपनी शामिल है. नयी व्यवस्था लागू होने तक इन एजेंसियों को ही शराब बेचने की जिम्मेदारी दी जा सकती है.
एजेंसी का बैंक गारंटी हुई जब्त :
शर्त के अनुरूप शराब नहीं बेच पाने के कारण प्लेसमें एजेंसी की 44 करोड़ की बैंक गारंटी की राशि जब्त कर ली गयी है. राजस्व के नुकसान के आकलन के बाद जेएसबीसीएल द्वारा 448 करोड़ का सर्टिफिकेट केस भी किया गया है.