झारखंड में निरक्षरों के लिए फिर चलेगा ‘साक्षरता अभियान’, इतने लाख लोगों को साक्षर बनाने का है लक्ष्य

literacy campaign in jharkhand : झारखंड में दो वर्ष बाद फिर से साक्षर बनाने का अभियान शुरू होगा

By Prabhat Khabar News Desk | December 25, 2020 7:50 AM

literacy campaign in jharkhand jharkhand literacy campaign, literacy rate in jharkhand रांची : राज्य में दो वर्ष बाद फिर से निरक्षर लोगों को साक्षर बनाने का अभियान शुरू होगा. इस पढ़ना-लिखना अभियान के तहत 15 वर्ष से अधिक उम्र के निरक्षर लोगों को साक्षर बनाया जायेगा. झारखंड के लगभग 40 लाख निरक्षर लोगों को साक्षर बनाने का लक्ष्य रखा गया है. इसके लिए 60 फीसदी राशि भारत सरकार और 40 फीसदी राशि राज्य सरकार देगी. स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग ने इस अभियान का प्रस्ताव तैयार कर लिया है.

इसे स्वीकृति के लिए कैबिनेट भेजा जायेगा. इसका संचालन केंद्र व राज्य के संयुक्त तत्वावधान में वर्ष 2025 तक होगा. इससे पहले विभाग ने जिलों से 15 से 35 आयु वर्ग और 36 से 50 व 51 से अधिक आयु वर्ग के निरक्षर लोगों की अलग-अलग संख्या देने को कहा था. जिलों से यह संख्या विभाग को उपलब्ध करा दी गयी है. इस अभियान के लिए राज्य अपने स्तर से जिलों का चयन कर सकता है.

इसके तहत वैसे जिलों को प्राथमिकता देने को कहा गया है, जहां महिला साक्षरता कम है. हालांकि स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग ने राज्य के सभी जिलों में अभियान चलाने का प्रस्ताव तैयार किया है. वर्ष 2020-21 में दो लाख लोगों को साक्षर बनाने का लक्ष्य : वित्तीय वर्ष 2020-21 में झारखंड में दो लाख लोगों को साक्षर बनाने का लक्ष्य रखा गया है. इस वित्तीय वर्ष के लिए 4.84 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है.

इसमें 2.84 करोड़ भारत सरकार व 1.90 करोड़ रुपये राज्य सरकार देगी. इसके तहत साक्षरता दर बढ़ाने के साथ-साथ महिला साक्षरता बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया जायेगा. अभियान संचालन के लिए राज्य से लेकर प्रखंड स्तर तक साक्षरता मिशन प्राधिकरण का गठन किया गया है.

ये बनायेंगे लोगों को साक्षर

लोगों को साक्षर बनाने के लिए स्वयंसेवी संस्था के साथ-साथ एनसीसी, एनएसएस, सेवानिवृत्त सरकारी अधिकारी व कर्मी तथा शिक्षक प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे विद्यार्थियों का भी सहयोग लिया जायेगा. 10 से 12 लोगों का ग्रुप बनाया जायेगा. एक ग्रुप को साक्षर बनाने की जिम्मेदारी एक स्वयंसेवक को दी जायेगी. लोगों को साक्षर करने वाले लोगों को प्रमाण पत्र दिया जायेगा.

वर्ष 2018 से बंद है साक्षरता अभियान

राज्य में वर्ष 2018 से साक्षरता को लेकर कोई अभियान नहीं चलाया जा रहा है. इससे पूर्व साक्षर भारत कार्यक्रम, झारखंड के 19 जिलों में संचालित किया गया था. 31 मार्च 2018 के बाद से साक्षर भारत अभियान बंद है.

Posted by : Sameer Oraon

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