लोबिन हेंब्रम ने झारखंड के महाधिवक्ता को हटाने की कर डाली मांग, खतियानी जोहार यात्रा पर भी उठाया सवाल
महाधिवक्ता को हटाने की मांग करते हुए कहा कि राज्य में जब बाबूलाल मरांडी की सरकार थी, उन्होंने स्थानीय नीति लागू किया था. वर्तमान महाधिवक्ता राजीव रंजन स्थानीय नीति को हाइकोर्ट में चुनौती दी थी
झामुमो विधायक और झारखंड बचाओ मोर्चा के संयोजक लोबिन हेंब्रम ने अपने ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. वह सरकार के महाधिवक्ता राजीव रंजन को हटाने की मांग कर रहे है़ं इसके साथ ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के जोहार यात्रा पर भी सवाल उठाया है. झामुमो विधायक श्री हेंब्रम ने कहा है ना स्थानीय नीति बनी और ना ही नियोजन नीति है, तो फिर कैसी यात्रा.
महाधिवक्ता को हटाने की मांग करते हुए कहा कि राज्य में जब बाबूलाल मरांडी की सरकार थी, उन्होंने स्थानीय नीति लागू किया था. वर्तमान महाधिवक्ता राजीव रंजन स्थानीय नीति को हाइकोर्ट में चुनौती दी थी. यह नीति लागू नहीं हो पायी. झारखंड विरोधी मानसिकता वाले व्यक्ति को महाधिवक्ता बना दिया गया. महाधिवक्ता ना तो हाइकोर्ट और ना ही राजभवन में सरकार का पक्ष रख पा रहे हैं.
यह नीति खारिज हो रही है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ऐसे झारखंड विरोधी मानसिकता वाले महाधिवक्ता को अविलंब हटायें. श्री हेंब्रम मंगलवार को अपने आवास पर पत्रकारों से बात कर रहे थे.
15 मार्च को करेंगे विधानसभा का घेराव :
झामुमो विधायक ने आंदोलन की घोषणा करते हुए कहा कि चार मार्च को हजारीबाग में प्रमंडलीय सम्मेलन होगा. 13- 14 मार्च को विधानसभा के समक्ष धरना और 15 मार्च को विधानसभा घेराव किया जायेगा.
18 मार्च को राजधानी में रैली होगी. विधायक ने कहा कि पारसनाथ आदिवासियों का है़ 21 और 22 फरवरी को पारसनाथ में आदिवासियों का जुटान होगा. पारसनाथ आदिवासियों का मरांग बुरु स्थल था और रहेगा.