झारखंड पेरेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष ने की निजी स्कूलों की मनमानी पर रोक लगाने की मांग

झारखंड सरकार के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा आदेश निर्गत कर कोरोना काल में किसी भी निजी विद्यालय द्वारा शुल्क में बढ़ोतरी नहीं करने तथा किसी भी अन्य मद में शुल्क नहीं लेने का निदेश सरकार की ओर से राज्य के सभी निजी विद्यालयों को दिया गया था.

By Prabhat Khabar News Desk | June 4, 2021 1:42 PM

लोहरदगा : झारखंड पेरेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय राय ने शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो को ज्ञापन के माध्यम से निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ रोक लगाने की मांग की है. उन्होंने पत्र में शिक्षा मंत्री से आग्रह करते हुए कहा है कि पिछले साल की तरह इस साल भी वर्तमान सत्र 2021-22 में आदेश निर्गत करें की निजी स्कूल ट्यूशन फीस के अलावा कहीं कोई दूसरा फीस नहीं ले.

झारखंड सरकार के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा आदेश निर्गत कर कोरोना काल में किसी भी निजी विद्यालय द्वारा शुल्क में बढ़ोतरी नहीं करने तथा किसी भी अन्य मद में शुल्क नहीं लेने का निदेश सरकार की ओर से राज्य के सभी निजी विद्यालयों को दिया गया था.

वर्तमान में कोरोना की दूसरी लहर में राज्य के लगभग सभी जिलों में संक्रमण हावी रहा उसके कारण हजारों की संख्या में मौत हुई है. अजय राय ने शिक्षा मंत्री से मांग की है कि सभी निजी विद्यालय में झारखंड शिक्षा संशोधन अधिनियम 2017 को पूर्णतः लागू करवाएं, झारखंड सरकार के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा पिछले साल जारी आदेश के तर्ज पे वर्तमान सत्र 21-22 के लिए नया आदेश जारी कराया जाय. कोरोनावायरस को देखते हुए झारखंड एकेडमिक काउंसिल द्वारा आयोजित किए जाने वाले 10 वीं और 12वीं की परीक्षा स्थगित किया जाए और सीबीएसई आईसीएसई के तर्ज पर छात्रों को प्रमोट कर अगली कक्षा में भेजा जाये.

कोई भी विद्यालय शिक्षण शुल्क के कारण बच्चों को ऑनलाइन क्लास से वंचित नहीं करना सुनिश्चित करें, अपने ही विद्यालय को छात्रों को अगली कक्षा में अथवा किसी कक्षा में री एडमिशन लेना बंद करने का निर्देश देते हुए उनसे वर्तमान सत्र एवं विगत सत्र में वसूल की गई राशि वापस की करवाने का संकल्प निर्गत करें. सीबीएसइ, आइसीएसइ, राज्य बोर्ड द्वारा निर्धारित गाइडलाइंस को विद्यालय अपनी वेबसाइट पर अपलोड करना सुनिश्चित करवाया जाये.

Next Article

Exit mobile version